Youth for Panun Kashmir Abdullah : मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला को कश्मिरी हिन्दू कभी भी क्षमा नहीं करेंगे !
कश्मिरी हिन्दू समुदाय स्पष्ट रिती से कहता है, ‘ओमर अब्दुल्ला अथवा उनका दल ‘नैशनल कांफेरन्स’ द्वारा हमें कोई अपेक्षा नहीं है ।
कश्मिरी हिन्दू समुदाय स्पष्ट रिती से कहता है, ‘ओमर अब्दुल्ला अथवा उनका दल ‘नैशनल कांफेरन्स’ द्वारा हमें कोई अपेक्षा नहीं है ।
जो ब्रिटिश संसद सदस्यों को ध्यान में आता है, यह अधिकांश भारतीय जनप्रतिनिधियों के ध्यान में नहीं आता, यह जानिए !
कहीं भी हिन्दुओं पर ‘हिन्दू’ होने के कारण अत्याचार हुए, तो सभी हिन्दुओं को उसके विरुद्ध संगठित होकर आवाज उठानी चाहिए, कश्मीर का यह संस्करण टालने का यही मार्ग है !
यह वेब सीरीज एक लघुपट के समान होगी तथा इसमें विशेषज्ञ एवं पीडित हिन्दुओं के साथ कश्मीर के जिहादी आतंकवादी एवं धर्मांध मुसलमानों द्वारा हुए अत्याचारों के संबंध में किए गए वार्तालाप का समावेश है ।
‘‘सरकार अभी भी कश्मीरी हिन्दुओं का नरसंहार स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है । उसके परिणामस्वरूप बंगाल सहित भारत में जहां-जहां मुसलमानबहुल क्षेत्र है, वहां ‘कश्मीरी पैटर्न’ चलाया जा रहा है ।
३३ वर्षों उपरांत भी कश्मीर में हिन्दू का असुरक्षित होना, यह अभी तक की सभी पार्टियों की सरकारों के लिए लज्जास्पद ! यह स्थिति बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !
ईसाई नववर्ष के दिन पाक-समर्थित जिहादी आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर में ४ कश्मीरी हिन्दुओं की हत्या कर भारत को दिखा दिया है कि ‘आप हमें मिटा नहीं सकते, हमें मिटाने की आप में शक्ति नहीं है !
हमें जिन बातों की जानकारी होती है, उसे परिपूर्ण मानकर हम उनके आधार पर कुछ निष्कर्ष निकालते रहते हैं अथवा उस विषय में स्वयं का मत बना लेते हैं, तथापि उन्हीं बातों में ऐसे अनेक पक्ष होते हैं, जिनके विषय में हमें कुछ भी ज्ञात नहीं होता । कुछ दिन पूर्व ही गोवा में आयोजित … Read more
३३ वर्ष पश्चात भी कश्मीर में हिन्दू असुरक्षित ! यह स्थिति हिन्दू राष्ट्र को अपरिहार्य बनाती है !
नेशनल कांफ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने हमेशा ही कश्मीरी हिन्दुओं के वंशविच्छेद के विषय में बोलना टाला है । उनके कार्यकाल में हिन्दुओं की हत्या होने के कारण वे भी इसके लिए उत्तरदायी हैं । ऐसे सभी लोगों पर मुकदमा चलाकर उन्हें दंड देना आवश्यक !