Bangladesh Hindu Arrest : बांग्लादेश में आंदोलनकारी ४७ हिन्दू गिरफ्तार !
बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार रोकने के लिए भारत सरकार को बांग्लादेश पर दबाव डालना चाहिए, यह भारतीयों की अपेक्षा है !
बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार रोकने के लिए भारत सरकार को बांग्लादेश पर दबाव डालना चाहिए, यह भारतीयों की अपेक्षा है !
यदि ‘जय श्री राम’ का उद्घोष राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान में नहीं दिया जाएगा तो फिर ‘जामिया मिल्लिया इस्लामिया’ या ‘अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय’ में दिया जाना चाहिए क्या ? हिन्दुओं के देश में उन्हें हिन्दू धर्म के अनुसार आचरण न करने देना, यह अपमानजनक है !
बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन द्वारा दी गई जानकारी
लगभग सभी मंदिरों से धर्मार्थ सहायता एवं हिन्दू लोगो द्वारा संचालित नगरपालिका चिकित्सालयो से सहायता अधिकांश मुसलमानों द्वारा ली जा रही है तथा कट्टर मुसलमान आज हिन्दुओं के विरुद्ध हर तरह के जिहाद कर के हिन्दुओंकी समस्या बढा रहे हैं !
साम्यवादी विद्यार्थी संगठन हिन्दुओं से द्वेष करती है, इसलिए वे लगातार ऐसे अनादर वाले कार्य लगातार करते रहते हैं ।सरकार इनके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए इन्हें प्रतिबंधित करे !
पश्चिमी देशों में खालिस्तान एवं इस्लाम पर चर्चा होती है। समाज का अधिकांश भाग इससे अनभिज्ञ है; लेकिन हमें अपने शत्रु को अवश्य जानना चाहिए। भारत को वैश्विक स्तर पर पीछे धकेलने का षड्यंत्र रचा गया है । ये विचार तीन दिवसीय ‘द जयपुर डायलॉग्स’ के 9वें वार्षिक सम्मेलन के दूसरे दिन देश-विदेश से आये बुद्धिजीवियों, राष्ट्रवादियों एवं प्रख्यात वक्ताओं ने व्यक्त किये।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाळे ने यहां वक्तव्य देते हुए कहा, ‘यदि समाज, जाति एवं भाषाओं में भेद किया, तो हमारा (हिन्दुओं का) नाश होगा । इसलिए संगठित होना आवश्यक है । हिन्दू समाज की एकता जन-कल्याण के लिए है । वह सभी को आनंद देगी । हिन्दुओं को बांटने हेतु शक्ति कार्यरत है । उनको चेतावनी देना महत्त्वपूर्ण है ।’
जिमखाना द्वारा बताया गया कि जेमिमा के पिता ने क्लब में उनके सदस्यता का उपयोग धार्मिक गतिविधियों के लिए किया, जिसके कारण यह निर्णय लिया गया।
मध्य प्रदेश के उज्जैन और इंदौर में ८ अक्टूबर की रात में गरबा पंडाल में नाम बदलकर घुसनेवाले २ मुसलमान युवक पकड़े गए ।
महंत यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि कुछ धर्मों के लोगों को मंदिर में प्रवेश से रोकने के पीछे धार्मिकता और सुरक्षा कारण हैं ।