सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘ऐसा प्रतीत होना कि पुनः जन्म ही न हो अथवा यह कि भक्ति करने के लिए बार-बार जन्म हो, ये दोनों ही स्वेच्छा है । इससे आगे का चरण है, ऐसा लगना कि सब कुछ ईश्वर की इच्छा के अनुसार हो !’
‘ऐसा प्रतीत होना कि पुनः जन्म ही न हो अथवा यह कि भक्ति करने के लिए बार-बार जन्म हो, ये दोनों ही स्वेच्छा है । इससे आगे का चरण है, ऐसा लगना कि सब कुछ ईश्वर की इच्छा के अनुसार हो !’
उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट कथन !
ज्ञानवापी में त्रिशूल क्यों ? यह प्रश्न भी पूछा !
पादरी पेरेरा के विधान पर राज्य के शिवप्रेमियों ने बडी संख्या में ४ अगस्त को वास्को पुलिस थाने तक मोर्चा निकाला एवं पादरी परेरा को गिरफ्तार करने की मांग की ।
परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी के मार्गदर्शन में महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय द्वारा आध्यात्मिक विषयों का विशिष्टतापूर्ण वैज्ञानिक शोध किया जाता है । ‘यूनिवर्सल ऑरा’ एवं ‘एनर्जी स्कैनर’ जैसे उपकरणों की सहायता से किया हुआ यह शोध प्राचीन भारतीय शिक्षा के अनुरूप है ।
मुसलमान स्वयं ही मस्जिदों पर आक्रमण कर वातावरण बिगाडने का प्रयास कर रहे हैं, ऐसा स्थानीय लोगों का आरोप !
पुलिस ने अब तक ४१ अपराध प्रविष्ट कर ११६ लोगों को बंदी बनाया है । अन्य ९० लोगों को ढूंढा जा रहा है ।
इससे ध्यान में आता है कि मुसलमान दांवपेंच में कितने निपुण हैं ! अब ऐसी घटनाओं पर धर्मनिरपेक्षतावादी राजनीतिक पार्टियां हिन्दुओं को तालिबानी कहकर उन पर कठोर कार्यवाही करने की मांग करेंगे !
वर्ष १९४७ में धर्म के आधार पर देश का विभाजन हुआ । मुसलमान बहुसंख्यक थे; इसलिए उन्हें पाकिस्तान दिया । तो फिर जो बचे वे क्या थे ?
जिहादी भारत को ‘गजवा-ए-हिन्द’ बनाने के लिए वे अलग-अलग षड्यंत्र रच रहे हैं तथा दुर्भाग्यवश वे सफल भी हो रहे हैं । इसलिए हिन्दुओं का भविष्य संकट में है । उन्हें न पुलिस बचा सकती है, न प्रशासन, न राजनेता । नूंह जैसी घटनाएं ऐसे ही घटती रहीं, तो हिन्दुओं को अल्पसंख्यक बनने में समय नहीं लगेगा ।
वातावरण में बढे प्रदूषण को नियंत्रण में रखने और स्वच्छ वायु प्रदान करने के उद्देश्य से वृक्षारोपण आवश्यक है । वृक्षारोपण के महत्त्व को समझते हुए प्रत्येक व्यक्ति को पौधे लगाने चाहिए । इस उपक्रम के अंतर्गत छायादार वृक्ष लगाए गए ।