India-China Relations : हम भारत और चीन के बीच संबंधों को सुधारने का प्रयास कर रहे हैं ! – विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर

उन्होंने इस समय  यह भी स्पष्ट किया कि, “हम जानते हैं कि भविष्य में भी भारत और चीन के बीच मतभेद उत्पन्न होंगे; किन्तु उन्हें संघर्ष का सहारा लिए बिना अन्य पद्धतियों से हल किया जा सकता है।”

Delhi Illegal Meat Ban : दिल्ली में मांस-मछली की अवैध बिक्री पर प्रतिबंध

दिल्ली सरकार को सिर्फ उन पर प्रतिबंध लगाकर नहीं रुकना चाहिए, बल्कि उनके विरुद्ध तत्काल और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि उनमें भय निर्माण हो।

Common Man’s Faith On Judiciary : ‘आम आदमी को न्याय व्यवस्था पर भरोसा है’, यह सच नहीं है !

जनता का मानना ​​है कि अब न्यायाधीशों को आम लोगों में न्यायपालिका के प्रति विश्वास पैदा करने के लिए सक्रिय प्रयास करने चाहिए !

Yogi Adityanath On Kunal Kamra : कुछ लोग समाज में और अधिक फूट डालने के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को जन्मसिद्ध अधिकार मान रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि “किसी को भी समाज तोडने या किसी विशिष्ट व्यक्ति पर अशोभनीय टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।”

MP Salary Hike : मुद्रास्फीति सूचकांक के आधार पर सांसदों के वेतन में २४ प्रतिशत की वृद्धि

एक सामान्य व्यक्ति को ३० से ३५ वर्षों तक सरकार में सेवा करने के बाद इतनी पेंशन मिलती है, तो केवल ५ वर्षों तक सांसद रहनेवालों को इतनी पेंशन क्यों मिलती है ?

Gujarat Riots : सर्वोच्च न्यायालय ने २३ वर्ष उपरांत गुजरात दंगे के ६ हिन्दुओं की निर्दोष मुक्तता की !

सर्वोच्च न्यायालय ने उच्च न्यायालय का निर्णय निरस्त किया एवं कहा कि इन अपराधियों के पास दंगा भडकाने हेतु प्रयुक्त किए गए कोई भी शस्त्र अथवा प्रमाण नहीं मिले हैं ।

(और इनकी सुनिए…) ‘छत्रपति शिवाजी महाराज की उपलब्धियां उतनी महान नहीं हैं जितनी बताई जाती हैं !’ – मौलाना साजिद रशीदी

छत्रपति शिवाजी महाराज ने उस समय मुस्लिम आक्रमणकारियों को सबक सिखाया और स्वराज्य की स्थापना की । यही कारण है कि आज भी कट्टर मुसलमान छत्रपति शिवाजी महाराज से द्वेष करते हैं । रशीदी का वक्तव्य इसी का एक उदाहरण है !

RSS Demands UN Intervention : बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर संयुक्त राष्ट्र को हस्तक्षेप करना चाहिए !

पाकिस्तान और बांग्लादेश में ७८ वर्षों से हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। कश्मीर में भी हुआ; लेकिन हिंदू जानते हैं कि संयुक्त राष्ट्र ने क्या दीप जलायें है !

Jaishankar On Kashmir Issue : जब भारत कश्मीर सूत्र पर संयुक्त राष्ट्र में गया, तो पश्चिमी देशों ने आक्रमण को विवाद बना दिया !

उन्होंने कहा कि दोहा (कतर) और ओस्लो (नॉर्वे) में आयोजित सम्मेलनों में जिन तालिबान नेताओं का स्वागत किया गया था, अब उन्हें ही अफगानिस्तान में बिगडती हुई परिस्थिति के लिए उत्तरदायी ठहराया जा रहा है ।