फ्रांस संरक्षण करार में पुन: ‘राफेल’ लढाऊ विमान ही क्यों ?

‘भारत-फ्रांस संरक्षण करार भारत के लिए कूटनीति की दृष्टि से बहुत महत्त्वपूर्ण है । फ्रांस का राष्ट्रीय दिन अर्थात ‘बास्तील दिवस’ १४ जुलाई को होता है । यह दिन १४ जुलाई १७८९ को फ्रांस में हुई ‘क्रांति का स्मरण’ के रूप में प्रतिवर्ष मनाया जाता है ।

समान नागरिक कानून एवं ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड’ की द्वेषपूर्ण भूमिका !

सभी जानते हैं, ‘समान नागरिक कानून के माध्यम से देश के लगभग १० करोड मुस्लिम महिलाओं की सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक, आर्थिक एवं अन्य परिस्थिति का सक्षमीकरण हो सकता है ।’

मणिपुर हिंसाचार : एक षड्यंत्र !

३३ लाख जनसंख्यावाले मणिपुर में ५० प्रतिशत से कुछ अधिक हिन्दू, ४४ प्रतिशत ईसाई एवं अन्य सब मुसलमान तथा बौद्ध हैं । मणिपुर में वर्तमान में नागरिक युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो गई है तथा बडी संख्या में लोग भ्रमित अवस्था में हैं ।

दूध एवं दुग्धजन्य पदार्थ : उनके लाभ, मान्यताएं एवं अनुचित धारणाएं

अधिकतर अभिभावक अपने बच्चों के प्रति अनगिनत चिंतायुक्त विचार एवं समस्याएं लेकर आते हैं, जैसे ‘डॉक्टर देखिए न, ये दूध ही नहीं पीता है । यदि दूध नहीं पीएगा, तो उसे ‘कैल्शियम’ कैसे मिलेगा ? इसकी हड्डियां कैसे सुदृढ (मजबूत) होंगी ? आज के इस लेख में हम दूध एवं दुग्धजन्य पदार्थाें के संदर्भ में जानकारी लेंगे ।

नागपंचमी का इतिहास एवं नागपूजन का महत्त्व

नागपंचमी के दिन हलदी से अथवा रक्तचंदन से एक पीढे पर नवनागों की आकृतियां बनाते हैं एवं उनकी पूजा कर दूध एवं खीलों का नैवेद्य चढाते हैं । नवनाग
पवित्रकों के नौ प्रमुख समूह हैं ।

रक्षाबंधन के दिन बहन को चिरंतन ज्ञानामृत से युक्त सनातन के ग्रंथ भेंट कर, साथ ही राष्ट्र-धर्म के प्रति अभिमान बढानेवाले सनातन प्रभात की पाठिका बनाकर अनोखा उपहार दीजिए !

रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में सर्वत्र के हिन्दू भाईयों से आवाहन !

बहन-भाई का उत्कर्ष करनेवाला रक्षाबंधन !

श्रावण पूर्णिमा अर्थात इस वर्ष ३० अगस्त को रक्षाबंधन है । रक्षाबंधन त्योहार के दिन बहन अपने भाई की आरती कर प्रेम के प्रतीक के रूप में उसे राखी बांधती है । भाई अपनी बहन को भेंटवस्तु देकर उसे आशीर्वाद देता है ।

विविध आपातकालीन प्रसंगों में किए जानेवाले प्राथमिक उपचार एवं अन्य उपाययोजना

ऊंचाई पर लगे बिजली के तारों से उच्च दबाव में बिजली का प्रवाह (हाइ वोल्टेज करंट) बहता है । बिजली का यह प्रवाह अत्यंत घातक होता है । इन तारों के सपर्क में आया व्यक्ति गम्भीर रूप से जल सकता है । बिजली का प्रवाह बंद अथवा खण्डित होने का निश्चित रूप से पता चलने तक दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के निकट न जाएं ।

प्राथमिक उपचार

एकाएक रोगग्रस्त (बीमार) हुए अथवा दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति पर डॉक्टर, वैद्य अथवा रुग्णयान (एंबुलेंस) उपलब्ध होने तक किए जानेवाले तात्कालिक अथवा प्राथमिक स्वरूप के उपचारों को ‘प्राथमिक उपचार’ कहते हैं । प्राथमिक उपचार में चिकित्सकीय उपचार (‘मेडिकल ट्रीटमेन्ट’) सम्मिलित नहीं है ।

‘अगामी आपातकालकी संजीवनी’ ग्रंथमाला

बिन्दुदाब उपचार : शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक कष्टों पर उपाय ‘सूचीदाब’ (एक्यूप्रेशर)