Attack on Hindus: बांग्लादेश में मुसलमानों का हिन्दुओं पर आक्रमण !
बांग्लादेश में हिन्दुओं का वंशसंहार होने तक यह चलता ही रहेगा एवं उसी समय भारत सहित विश्व भर के हिन्दू भी उसको निष्क्रियता से देखते रहेंगे, यही वस्तुस्थिति है !
बांग्लादेश में हिन्दुओं का वंशसंहार होने तक यह चलता ही रहेगा एवं उसी समय भारत सहित विश्व भर के हिन्दू भी उसको निष्क्रियता से देखते रहेंगे, यही वस्तुस्थिति है !
सर्वोच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल के हिंसा-प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग को लेकर प्रविष्ट याचिका पर तात्कालिक कोई निर्देश देने से मना कर दिया है ।
चार घंटे तक पूछताछ के उपरांत उसे बंदी बनाया गया है । २४ नवंबर २०२४ को यहां एक मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर मुसलमानों ने दंगा किया था।
सर्वोच्च न्यायालय ने उच्च न्यायालय का निर्णय निरस्त किया एवं कहा कि इन अपराधियों के पास दंगा भडकाने हेतु प्रयुक्त किए गए कोई भी शस्त्र अथवा प्रमाण नहीं मिले हैं ।
इस्लाम के विरुद्ध कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की, ऐसा बताते हुए पुलिस थाने को घेर लिया !
ऐसे गद्दारों को फांसी की सज़ा मिलनी चाहिए, तभी किसी को ऐसा दंगा करने की हिम्मत नहीं होगी !
फहीम खान के पीछे कौन लोग खड़े थे, किसके आदेश पर उसने यह दंगा कराया, इसका पता लगाया जाना चाहिए, संबंधित लोगों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए और उनके नाम जनता के सामने आने चाहिए !
यह घटना दर्शाती है कि नागपुर में दंगे अभी शांत नहीं हुए हैं। हमलावर पुलिसकर्मियों पर हमला करने के लिए घात लगाकर बैठे हैं। इस तरह खुलेआम घूमने वाले पथराव करने वालों पर कार्रवाई कब होगी ?
नागपुर में हुए दंगे सुनियोजित थे ; यहां पत्थरों से भरी एक ट्रॉली मिली है। कुछ लोगों ने अपने घरों पर पत्थर जमा कर दिए थे। बड़ी संख्या में हथियार भी जब्त किये गये हैं। वाहनों में आग लगा दी गई। कुछ घरों और प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया।
३ पुलिस उपायुक्तोंसहित ३३ पुलिसकर्मी घायल, दंगे में पेट्रोलबम, तलवारें, कुल्हाडी तथा पत्थरों से आक्रमण और सैकडों दोपहिया वाहनों में तोडफोड