‘इंस्टाग्राम’ पर धर्मांध द्वारा हिन्दू लडकियों पर बलात्कार कर उनकी हत्या करने की धमकी !
‘अल्पसंख्यक’ कहलानेवाले समाज द्वारा ८० करोड जनसंख्या की हत्या करने की धमकी मिलनेवाला विश्व का एकमात्र देश भारत !
‘अल्पसंख्यक’ कहलानेवाले समाज द्वारा ८० करोड जनसंख्या की हत्या करने की धमकी मिलनेवाला विश्व का एकमात्र देश भारत !
हिन्दुओं में धर्म शिक्षा के अभाव के कारण ही ऐसी घटनाएं होती रहती हैं । मात्र हिन्दू उसका विरोध न कर चुप्पी साध लेते हैं ; यह हिन्दुओं के लिए अति लज्जास्पद है !
इस देश में तथाकथित गंगा- जमुनी संस्कृति के नाम पर अभी तक हिन्दुओं पर अत्याचार करने का काम हुआ और आज भी हो रहा है । हिन्दुओं को धर्माधों की ऐसी फंसाने वाली बातें समझकर, उन्हें सत्य गंभीरता से समझाना चाहिए !
भारत में रहते हुए, कश्यप ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ कहने वालों के संबंध में बोलने के लिए कभी अपना मुंह नहीं खोला । भारतीय जनता को इसी से पता चलता है कि, कौन राष्ट्रवादी है और कौन देशद्रोही !
पुस्तक में हिन्दुओं की देवताओं की घिनौनी भाषा में आलोचना जांच के आदेश राजस्थान में हिन्दूविरोधी कांग्रेस की सरकार होने के कारण क्या ऐसी हिन्दूद्वेषी अध्यापिका की जांच होकर उसे दंड मिलेगा ?, यह प्रश्न ही है ! – संपादक ऐसी अध्यापिकाएं छात्रों के सामने कौनसा आदर्श रखेंगी ? – संपादक भीलवाडा (राजस्थान) … Read more
अमेरिकी समाज पर अभिव्यक्ति स्वतंत्रता एवं व्यक्ति स्वतंत्रता की बहुत दृढ पकड होते हुए भी गोल्डबर्ग के प्रसंग में कोई भी उनका पक्ष लेने नहीं आया । ऐसा क्यों हुआ ? ‘ज्यू का वंशविच्छेद, धार्मिक नहीं था, अपितु वांशिक था । इतना भी गोल्डबर्ग को कैसे पता नहीं ?’, ऐसा ही सुर अमेरिकी समाज के अनेक लोगों ने आलापा ।
उत्तरप्रदेश में इस प्रकार के विधान मौलाना की ओर से हो रहे हैं, यह देखकर ‘उन्हें कानून का डर नहीं’, यही ध्यान में आता है । ऐसों पर भाजपा सरकार को तत्परता से कार्यवाही कर कारागृह में डालना चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !
तमिलनाडु काँग्रेस के अध्यक्ष के.एस. अलागिरी को हिन्दू विरोधी विधान !
विद्यालय में क्या पढाया जाता है, इस पर अब अभिवावकों को ही ध्यान देना पडेगा। पिछले ४०-५० वर्षों से विद्यालयों में ऐसी द्वेषयुक्त शिक्षा दी जा रही है। इस पर कोई भी प्रत्यक्ष विरोध नहीं व्यक्त करता !
हिन्दूद्वेषियों द्वारा हिन्दुओं के विरोध में विषवमन करने के उपरांत हिन्दू-संगठन अधिक बलवान होने के लिए अब हिन्दुओं को अपना पद, पक्ष, संप्रदाय, संगठन आदि को एक ओर रखते हैं और हिन्दू-संगठन की व्याप्ति वृद्धिंगत करते हुए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए कटिबद्ध होते हैं !