(और इनकी सुनिए… ) ‘सनातन धर्म का अर्थ है एच.आई.वी. एवं कुष्ठ रोग !’ – डी.एम.के सांसद ए. राजा

उदयनिधि स्टालिन से एक कदम आगे बढते हुए डी.एम.के सांसद ए. राजा का संतापजनक वक्तव्य !

डी.एम.के सांसद ए. राजा

चेन्नई (तमिलनाडु) – सनातन धर्म के संबंध में उदयनिधि स्टालिन के वक्तव्य असभ्यता पूर्ण हैं । उन्होंने सनातन धर्म को केवल मलेरिया, डेंगू कहा, किंतु ये ऐसी बीमारियां नहीं हैं जिन्हें समाज में अश्लाध्य माना जाता है । यदि आप अनंत काल को परिभाषित करना चाहते हैं, तो एच.आई.वी. को देखें । सनातन समाज के लिए कार्य इसी प्रकार कर रहा है । सनातन की तुलना एच.आई.वी. एवं कुष्ठ रोग जैसे सामाजिक रूप से कलंकित रोगों से करनी चाहिए, डी.एम.के. सांसद ए. राजा ने एक कार्यक्रम में ऐसा संतापजनक वक्तव्य दिया ।

प्रधानमंत्री मोदी एवं अमित शाह को मुझसे बातें करनी चाहिए !

सांसद ए. राजा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं, ‘सनातन धर्म का पालन करें’। सनातन धर्म में कहा गया है कि ‘समुद्र को पार नहीं करना चाहिए’। (रामायण ५ लाख वर्ष पूर्व हुई थी । उस समय हनुमान ने समुद्र पार किया था तथा भगवान श्री रामचन्द्र ने भी समुद्र पार किया था । धर्म के कौन से नियम कहां लागू होने चाहिए इसके संबंध में हिन्दू धर्म में विस्तृत जानकारी दी गई है । हिन्दु-द्वेषी डी.एम.के. वाले सनातन धर्म से मनानुसार सूत्र (फार्मूला) लेकर उसकी आलोचना करते रहते हैं ! – संपादक) मोदी को सनातन धर्म का पालन करके विदेश भ्रमण पर नहीं जाना चाहिए । प्रधानमंत्री मोदी सनातन के संबंध में प्रबोधन करने के लिए प्रतिनिधि सभा में आदेश दे रहे हैं । मैं प्रधानमंत्री मोदी तथा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सनातन धर्म पर मुझसे शास्त्रार्थ करने की चुनौती देता हूं । देहली में १ करोड लोगों को बुलाएं, शंकराचार्य को भी बुलाएं ।

संपादकीय भूमिका 

  • जीभ है इसलिए कैसी भी अनर्गल बातें करने वाले द्रमुक के नेता ! चाहे हम कितने भी निम्न स्तर पर आकर सनातन धर्म की आलोचना करें, कोई भी हमारा कुछ नहीं बिगाड सकता, डी.एम.के. अनुयायियों को ऐसा लगता है, इसलिए वे अहंकार में ऐसे अश्लाध्य वक्तव्य दे रहे हैं । अब तक पुलिस में प्रकरण प्रविष्ट कर उन्हें कारागार में डाल देना चाहिए था ?
  • डी.एम.के. नेता जानबूझकर दलितों एवं पिछडे वर्ग के पारंपरिक मत प्राप्त करने के लिए ऐसी अश्लाघ्य आलोचना कर रहे हैं, धार्मिक हिन्दुओं को संगठित होकर वैधानिक मार्ग से इसका विरोध करना चाहिए !
  • सनातन धर्म के अनुयायी चूंकि सहिष्णु हैं, इसलिए वे कानून को अपने हाथ में नहीं लेते तथा कोई निंदनीय कार्य भी नहीं करते । यह सभी को भली भांति विदित है कि यदि किसी ने अन्य धर्मों के संबंध में ऐसी टिप्पणी की होती तो क्या होता !

(और इनकी सुनिए…) ‘भारत को उन लोगों ने दास बनाया है जो तिलक लगाकर घूमते हैं !’

राष्ट्रीय जनता दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का हास्यास्पद बयान !

राष्ट्रीय जनता दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह

बिहार में सत्तारूढ गठबंधन सरकार में राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि भारत को उन लोगों ने दास बना लिया है जो तिलक लगाकर घूमते हैं । मंदिर निर्माण करने अथवा मस्जिद ध्वस्त करने से देश नहीं चलेगा । देश में हिन्दू-मुसलमान में फूट नहीं डाली जा सकती ।

संपादकीय भूमिका 

जन्मजात हिन्दू नेता राजनीतिक स्वार्थ के लिए कुछ भी बोल देते हैं क्योंकि उनके पास मुंह है ! जगदानंद सिंह को स्मरण करना चाहिए कि यह देश अभी तक मुसलमान देश नहीं बन पाया है क्योंकि देश में तिलक लगाने वाले लोग हैं !