Karnataka Temple Tax Bill : मंदिरों पर १० प्रतिशत कर (राजस्व) लगानेवाले विधेयक को राज्यपाल ने ‘पक्षपाती’ कहते हुए सरकार को वापस भेजा !
‘इस कानून की अनेक धाराएं पक्षपात करनेवाली हैं’, ऐसा कहते हुए राज्यापाल ने यह विधेयक सरकार को वापस भेज दिया है ।
‘इस कानून की अनेक धाराएं पक्षपात करनेवाली हैं’, ऐसा कहते हुए राज्यापाल ने यह विधेयक सरकार को वापस भेज दिया है ।
मुंह है इसलिए कुछ भी बोलनेवाले तृणमूल कांग्रेस के विधायक !
इससे कांग्रेस सरकार ‘मोहम्मद गजनी का एक रूप’ है, यही कहना होगा !
कांग्रेस ने अपनी स्थापना से लेकर आज तक हिन्दू धर्म, हिन्दुओं के देवता एवं परंपराओं का भिन्न भिन्न माध्यमों द्वारा अपमान किया है । इस पार्टी का राजनीतिक अस्तित्व अब हिन्दू नष्ट करेंगे !
‘सोनिया गांधी, राहुल गांधी एवं मल्लिकार्जुन खर्गे के साथ ही कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को अयोध्याजी के श्री रामलला की प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण था । ऐसा होते हुए भी वे कार्यक्रम में उपस्थित क्यों नहीं हुए ?
त्रिपुरा में भाजपा की सरकार होते हुए भी सरकारी महाविद्यालय में ऐसा होना हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं !
राज्य सरकार के अधिकारियों ने कानून और सुव्यवस्था का प्रश्न उपस्थित कर इस कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी थी ।
प्रसारित हुए वीडियो में मुख्याध्यापक बच्चों को ‘मैं ब्रह्मा, विष्णु इन देवताओं को नहीं मानूंगा और उनकी पूजा नहीं करूंगा । हिन्दू धर्म के किसी भी देवता पर विश्वास नहीं रखूंगा’ ऐसी शपथ दिलाते हुए दिखाई दे रहा है ।
मंड्या (कर्नाटक) के केरुगाडु गांव की घटना।
विरोध करने वाले ग्रामीणों की पिटाई !
अगर कोई कहे कि ‘कर्नाटक में कांग्रेस सरकार रावण की सरकार है’ तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए !