पूरे विश्व के हिन्दुओं का संगठन हो रहा है ।
हिन्दुओं को अपनी समस्याओं का समाधान मिल रहा है ।। १ ।।
संतों के आशीर्वाद और कार्यकर्ताओं के प्रयास ।
बस, उनके मन में एक ही है, ‘हिन्दू राष्ट्र’ की आस ।। २ ।।
सर्वप्रथम हिन्दू राष्ट्र का निर्माण होगा ।
उसके उपरांत पृथ्वी पर भारत विश्वगुरु बनेगा ।। ३ ।।
ईश्वरीय नियोजन हेै ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’।
शीघ्र मनाएंगे हिन्दू राष्ट्र का विजयोत्सव ।। ४ ।।
मार्गदर्शन करती हैै ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ ।
चलो ! आओ मिलकर करेंगे विश्वजागृति ! ।। ५ ।।
– कु. संध्या माळी, सनातन आश्रम, रामनाथी, गोवा. (१६.६.२०२४)
येथे प्रसिद्ध करण्यात आलेल्या अनुभूती या ‘भाव तेथे देव’ या उक्तीनुसार साधकांच्या वैयक्तिक अनुभूती आहेत. त्या सरसकट सर्वांनाच येतील असे नाही. – संपादक |