‘धर्म की रक्षा, देश की सेवा’ यही थी इस मन की आस ।
जोडकर हम सभी को,
आप करा रहे हिन्दू राष्ट्र के लिए प्रयास ।। १ ।।
गुरुदेव, आप मिले हमें, जीवन का उद्धार हुआ ।
साधनामार्ग जो दिखाया आपने,
ईश्वरीय कृपा का अनुभव हुआ ।। २ ।।
समर्पित भाव से सेवा करना,
ये है ध्येय हमारा ।
अब ‘हिन्दू राष्ट्र’ ही होगा, नारा हमारा ।। ३ ।।
।। जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम् ।।
बहुमूल्य सत्संगासाठी परात्पर गुरु डॉ. आठवले यांच्या चरणी कृतज्ञ आहोत !
– एक हिंदुत्वनिष्ठ