आंदोलन, संसद एवं सर्वाेच्च न्यायालय के माध्यम से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना का हिन्दू धर्मप्रेमियों का निश्चय !

अनादि काल से भारत एवं नेपाल हिन्दू राष्ट्र थे; परंतु धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था के दुष्टचक्र में फंसने के कारण यहां के हिन्दुओं का दमन हो रहा है । इस स्थिति में परिवर्तन लाने हेतु पुनः संवैधानिक पद्धति से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना अनिवार्य बन गया है ।

‘पी.एफ.आई.’ पर प्रतिबंध, इस आंतरिक आतंकवाद पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ ! – श्री. चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था

सनातन संस्था ने  प्रसिद्धी पत्रक में कहा है कि, ‘पी.एफ.आई.’ पर प्रतिबंध, यह ‘गजवा-ए-हिन्द’ अर्थात भारत को ‘इस्लामिक स्टेट’ बनाने के स्वप्न संजोनेवाले जिहादी मानसिकता को तमाचा है ।

‘काशी विश्वनाथ कॉरिडोर’ के दर्शन के समय आए अनुभव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहल करने से ‘काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर’की निर्मिति हो गई । इससे काशी विश्वनाथ मंदिर से श्रद्धालु सीधे गंगादर्शन के लिए जा सकते हैं ।

दशम ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ को हिन्दुत्वनिष्ठों का स्वयंस्फूर्त प्रतिसाद !

इन्क्विजिशन’ के नामपर ईसाई मिशनरियों ने 250 वर्ष गोमंतकियों ने किए हुए अमानवीय और क्रूर अत्याचारों लिए ईसाई संस्था के प्रमुख पोप को गोमंतकियों की सार्वजनिक क्षमा मांगनी चाहिए, ऐसी मांग श्रीमती एस्थर धनराज ने की ।

‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति अभियान’ में ७० सहस्र से भी अधिक हिन्दुओं का सहभाग ! – चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए भारतभर में पुजारी, संत एवं मान्यवरों ने १ सहस्र ११९ मंदिरों में भगवान से प्रार्थना की गई, जबकि महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक एवं तेलंगाना राज्यों में २३ स्थानों पर ‘हिन्दू एकता शोभायात्रा’ आयोजित की गईं । इसका लाभ ३४ सहस्र ६४६ जिज्ञासुओं ने लिया ।

इस्लामी देशों के भारतविरोध का सामना करने के लिए हिन्दू राष्ट्र आवश्यक ! – सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

पूरे देश के ५८ से अधिक हिन्दू संगठनों, संप्रदायों, विश्वविद्यालयों, अधिवक्ता संगठनों, पत्रकारों, उद्यमियों आदि ने पत्र के द्वारा इस अधिवेशन को अपना समर्थन दिया है ।

फोंडा में संपन्न शोभायात्रा के समय प्राप्त अनुभव !

शोभायात्रा जब फोंडा शहर से जा रही थी, तब मजदूरी पर काम करनेवाले एक श्रमिक ने फेरी को भावपूर्ण नमस्कार किया । अन्य एक श्रमिक अपना काम छोडकर फेरी में सम्मिलित हुआ । इससे ‘भगवान को भाव प्रिय है’, इसकी प्रतीति हुई ।

‘द कश्मीर फाइल्स’ के निमित्त…

बॉलीवुड में प्रतिवर्ष गुंडे, माफिया, ‘ड्रग्स पेडलर’, गंगूबाई जैसे वेश्यागृहों की मालकिन का उदात्तीकरण करनेवाले अनेक ‘ड्र्रामा फिल्म्स’ प्रदर्शित होती हैं । ऐसे चलचित्र देखने की अपेक्षा भारतीय ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखना देशहितकारी सिद्ध होगा ।

मुस्‍लिम कन्‍याओं को सच में ‘हिजाब’ चाहिए क्‍या ?

‘हिजाब’ बंदी के निमित्त से… कर्नाटक उच्‍च न्‍यायालय ने छात्राओं का हिजाब पहनकर विद्यालय आना अथवा परीक्षा में बैठने पर प्रतिबंध लगाया है; परंतु अब भी कुछ स्‍थानों पर हिजाब की अनुमति के लिए आंदोलन भी हो रहे हैं । कुछ हिजाबियों ने परीक्षा में बैठने से नकार दिया है । वास्‍तव में हिजाब की … Read more

रूस-यूक्रेन युद्ध और तिरंगे का मूल्य !

     संस्कृत वचन ‘युद्धस्य कथा रम्यः ।’ की सार्थकता वर्तमान में संपूर्ण संसार के श्रोता एवं पाठक अनुभव कर रहे हैं । रूस-यूक्रेन युद्ध के निमित्त संपूर्ण संसार में चर्चा हो रही है कि यह युद्ध तृतीय संभावित विश्वयुद्ध का प्रारंभ तो नहीं है । युद्ध में भारत की तटस्थ विदेश नीति और यूक्रेन में रहनेवाले … Read more