Ayodhya Diwali 2024 : अयोध्या में श्रीराममंदिर निर्माण के पश्चात पहली बार दीपावली मनाना प्रारंभ !
यहां के श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य श्रीराममंदिर का निर्माण होने के पश्चात पहली बार दीपावली मनाई जा रही है ।
यहां के श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य श्रीराममंदिर का निर्माण होने के पश्चात पहली बार दीपावली मनाई जा रही है ।
विशेष बात यह है कि वर्ष २०२३ में उत्तर प्रदेश में आई पर्यटकों की संख्या की अपेक्षा इन ६ माह की समयावधि में आए पर्यटकों की संख्या अधिक है ।
मंदिर में प्रतिदिन लगभग १ लाख १२ सहस्र भक्त आ रहे हैं । वर्तमान में उत्तर भारत में चल रहे श्रावण मास में इस संख्या में बढोतरी हो सकती है, ऐसा कहा जा रहा है ।
अयोध्या में लोकसभा चुनाव में मिली पराजय पर चर्चा करते हुए पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने कहा कि हिंदुत्व कभी प्राजित नहीं होता, हिंदुत्व सीखता है। वह हार को ‘सीखने के अवसर’ के रूप में देखते हैं।
३ सहस्र ९०० किलो की गदा भी स्थापित करने का निर्णय
अयोध्या में २५० पाकिस्तानी हिन्दुओं ने किए भगवान राम के दर्शन!
कल रामनवमी के अवसर पर श्रीराममंदिर में श्रीरामलला को रत्न जडित वस्त्र पहनाए जाएंगे । उनके मस्तक पर माणिक चूर्ण युक्त चंदन का लेप लगाया जाएगा । इसके अतिरिक्त रामलला आपादमस्तक रत्नालंकार धारण करेंगे ।
प्रभु श्रीराम की अयोध्यानगरी की गणना ७ मोक्षनगरियों में की जाती है । उसका आध्यात्मिक महत्त्व, उसे गतवैभव प्राप्त करवाने में सम्राट विक्रमादित्य द्वारा किया गया कार्य इस लेख के द्वारा यहां दे रहे हैं, जिससे रामभक्त पाठकों की प्रभु श्रीराम के प्रति श्रद्धा बढेगी ।
श्रीराममंदिर के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व अधिकारी सुब्रमण्यम लक्ष्मी नारायण ने सोने का रामचरितमानस भेंट दिया है । गुडीपडवा के दिन इस रामचरितमानस की मंदिर के गर्भगगृह में स्थापना की गई ।
आनेवाली श्रीराम नवमी को अर्थात १७ अप्रैल को सूर्य की किरणें श्रीराम मंदिर में श्रीरामलला का अभिषेक करेगी । मंदिर की तीसरी मंजिल पर लगाई ‘ऑप्टोमेकॅनिकल प्रणाली’ द्वारा (यंत्र और प्रकाश की संयुक्त प्रणाली द्वारा) श्रीराम नवमी को दोपहर १२ बजे सूर्य की किरणें गर्भगृह में पहुंचेगी ।