कुंभपर्व में सेवा के लिए अच्छी स्थिति में दोपहिया तथा चारपहिया वाहनों की आवश्यकता है !

साधक, पाठक, हितचिंतक तथा धर्मप्रेमी जिनके वाहन के सभी कागदपत्र (आर.सी. बुक, पी.यू.सी., बीमा (इन्शोरन्स) आदि पूर्ण हैं और उनके पास ऊपर लिखित वाहन हैं, तो वे कुछ काल के लिए वह उपयोग करने के लिए दे सकते हैं । जो इच्छुक हैं, वे नीचे दिए क्रमांक पर संपर्क करें ।

विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में आयोजित की जानेवाली प्रतियोगिताओं में विजेता छात्रों को पुरस्कार के रूप में सनातन के ग्रंथ एवं लघुग्रंथ दें  !

विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं महाविद्यालयों के प्राचार्यों से विनम्र अनुरोध !

वक्फ एक्ट को नष्ट किया जाये ! – अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन

‘वक्फ बोर्ड’ संशोधन विधेयक लाने की कोई आवश्यकता नहीं है ; क्योंकि संविधान में ‘ वक्फ ‘ शब्द का उल्लेख नहीं है ।

चुनाव में मुसलमानों द्वारा १०० प्रतिशत मतदान के लिए ४०० मुसलमान अशासकीय संस्थाओं की ओर से मुहिम हाथ में !

क्या मुसलमान कट्टरपंथियों के विरूद्ध चुनाव आयोग तत्परता से कार्यवाही करेगा ?

किसी भी अनजान लिंक को बिना खोले डिलीट करें !

वर्तमान में, समाज में ऐसे ‘लिंक’ का व्यापक प्रसार हो रहा है जो विभिन्न प्रकार के धोखाधड़ी और फर्जी संदेशों के माध्यम से व्यक्तिगत जानकारी को ‘हैक’ कर सकते हैं ।

दिनदर्शिका द्वारा परिचितों को अपने व्यवसाय की जानकारी देते समय स्वयं से धर्मकार्य भी हो; इसके लिए स्वयं के विज्ञापनों से युक्त ‘सनातन पंचांग’ छपवा लें !

अनेक उद्योगपति प्रतिष्ठान की (कंपनी की) प्रसिद्धि करने के लिए अपने विज्ञापनों से युक्त दिनदर्शिका (कैलेंडर) प्रकाशित कर उसे ग्राहकों, कर्मचारियों, संबंधियों आदि को उपहार के रूप में देते हैं ।

Halalmukt Deepawali : भारत में १०० करोड़ हिन्दुओं को संविधान विरोधी इस्लामी संकल्पना ‘हलाल’ स्वीकारने की बाध्यता क्यों ? – हिन्दू जनजागृति समिति

भारत में संविधान ने प्रत्येक को व्यक्तिगत स्वतंत्रता दी है । भारत धर्मनिरपेक्ष है, यह बात बार-बार कहीं जाती है । फिर भी, भारत में बहुसंख्यक १०० करोड़ हिन्दुओं को इस्लामी संकल्पना ‘हलाल’ स्वीकारने के लिए बाध्य करना, संविधान विरोधी और हिन्दुओं के मौलिक अधिकारों को नकारना है ।

Narendra Modi : साइबर धोखाधडी का भक्ष्य न बनें !

आजकल बहुत से लोगों से भ्रमणभाष पर संपर्क किया जाता है और उन्हें डराया जाता है , उन्हें गुनाह का आभास देकर बंदी बनाए जाने का डर दिखाया जाता है, जैसे उन्होंने कोई गंभीर अपराध किया हो ।

धनतेरस के शुभ अवसर पर धर्मप्रसार के कार्य हेतु ‘सत्पात्र-दान’ कर श्री लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करें !

‘धन’ अर्थात शुद्ध लक्ष्मी ! इस दिन मनुष्य के पोषण हेतु सहायता करनेवाले धन (संपत्ति) की पूजा की जाती है ।

भैयादूज के निमित्त बहन को उपहार के रूप में चिरंतन ज्ञानामृत से युक्त सनातन संस्था के ग्रंथ भेंट कर, साथ ही राष्ट्र-धर्म के प्रति गौरव बढानेवाले ‘सनातन प्रभात’ का सदस्य बनाकर अनोखा उपहार दीजिए ! 

‘भाई उसकी रक्षा करे’, इसके लिए वह भाई की आरती उतारती है और तब भाई बहन को उपहार देता है । इस उपलक्ष्य में बहन को विशेष उपहार देने की पद्धति है ।