बिशप सहित कांग्रेस के विधायक भी थे उपस्थित
बिलासपुर (छत्तीसगढ) – हिन्दू संगठनों के विरोध के पश्चात यहां एक चर्च का उद्घाटन रहित कर दिया गया । चर्च का उद्घाटन आदिवासी समुदाय के लिए पूजा घर बनाने के नाम पर किया जा रहा था । एक अन्य घटना में राज्य के रायगढ में धर्मान्तरण को लेकर दंगे भड़क उठे । यहां प्रार्थना सभा के नाम पर महिलाओं का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश का आरोप है ।
धर्मांतरण की वजह से पूरे भारत की जनसांख्यिकी बदल रही है। भारत के 800 जिलों में से 200 जिलों में हिन्दू अल्पमत में आ गए हैं। हम हमारी धर्मनगरी रतनपुर को धर्मांतरण की नगरी नहीं बनने देंगे।
बंगलाभाटा (रतनपुर) में सरकारी जमीन पर चर्च बनाने का षड्यंत्र का पर्दाफास और विरोध हमारे… pic.twitter.com/5nPZwOnhsw— Prabal Pratap Singh Judev (@prabaljudevBJP) November 6, 2024
१. आदिवासी बहुल गांव बंगलाभाठा में एक प्रार्थना घर के उद्घाटन के नाम पर लोगों की एक सभा आयोजित की गई थी । इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे । इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ क्षेत्रीय अध्यक्ष बिशप (वरिष्ठ पादरी) सुषमा कुमार सहित कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव उपस्थित थे ।
२. चर्च खुलने की सूचना जैसे ही हिन्दू संगठनों को मिली, वे भी मौके पर पहुंच गए । उन्होंने उद्घाटन का विरोध करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ किया । इस विरोध के चलते आयोजकों को कार्यक्रम रहित करना पड़ा । बीजेपी नेता प्रबल प्रताप जूदेव ने कांग्रेस नेता पर धर्मान्तरण को बढावा देने का आरोप लगाया है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक प्रार्थना सभा के नाम पर इस धार्मिक शहर को धर्मान्तरण शहर में बदलने की कोशिश कर रहे हैं । उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन आदिवासी समुदाय के धर्मान्तरण की साजिशों को नजरअन्दाज कर रहा है ।
संपादकीय भूमिकाझारखंड एवं छत्तीसगढ में बड़े पैमाने पर आदिवासी हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन किया जा रहा है । केन्द्र सरकार को इसके विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए ! |