Manipur Unrest Escalates : मणिपुर में संघर्ष उग्र !

  • ५ जिलों में इंटरनेट बंद !

  • ३ जिलों में कर्फ्यू !

  • ५० से ज्यादा लोग घायल !

  • सुरक्षाकर्मियों पर पथराव !

  • केंद्र ने भेजे सीआरपीएफ के २ सहस्त्र जवान !

इम्फाल- मणिपुर में एक बार फिर स्थिति गंभीर हो गई है । राज्य में कानून-व्यवस्था का विरोध कर रहे छात्रों ने १० सितंबर को राजभवन पर मार्च निकाला। इस बार छात्रों एवं सुरक्षा बलों के जवानों के बीच हुई गोलीबारी में ५० से अधिक लोग घायल हो गए । पिछले ५ दिनों से राज्य भर में कई सेवाएं बंद हैं । ३ जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है । केंद्र सरकार ने पूरे मणिपुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) इकाइयों की तैनाती का आदेश दिया है। इन टुकड़ियों में लगभग २ सहस्त्र सैनिक सम्मिलित हैं ।

छात्र, राज्य के पुलिस महानिदेशक, उप महानिदेशक एवं सुरक्षा सलाहकार को हटाने की मांग कर रहे हैं तथा आरोप लगा रहे हैं कि वे राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने में विफल रहे हैं। वे इसी मांग को लेकर राजभवन जा रहे थे। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने जोरदार उद्घोष किया । प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव भी किया, भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा ।

मणिपुर सरकार ने मंगलवार सांय एक संशोधित आदेश जारी कर कहा कि छात्रों के आंदोलन को देखते हुए जिलों में सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं । इसके साथ ही राज्य सरकार ने पूरे राज्य में ५ दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद करने की अधिसूचना जारी कर दी है ।

एक महिला की मृत्यू !

उधर, कांगपोकी जिले में २ सशस्त्र समूहों के बीच गोलीबारी में एक महिला की मृत्य से तनाव और बढ गया है । थांगबू के सुदूर गांव में भीड़ द्वारा कुछ घरों को जलाए जाने के बाद ग्रामीणों को गांव से भागना पड़ा है।

स्कूल और कॉलेज २ दिन के लिए बंद !

राज्य शिक्षा विभाग ने मणिपुर में सभी स्कूलों और कॉलेजों को २ दिनों के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। इस बार के आंदोलन में बड़ी संख्या में छात्रों के भी सम्मिलित होने की तस्वीर है । इस पृष्ठभूमि में, स्कूलों, कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी शैक्षणिक संस्थान २ दिनों के लिए बंद रहेंगे।

अत्याधुनिक हथियारों के उपयोग के सबूत ! – पुलिस महानिदेशक

मणिपुर में कुकी और मैतेई संघर्ष का एक नया अध्याय शुरू हो गया है और इस बार ड्रोन, उन्नत मिसाइलों आदि का उपयोग करके आक्रमण किए जा रहे हैं। पुलिस ने मिसाइलों के कुछ टुकड़े मिलने की बात भी स्वीकार की है । असम राइफल्स के सेवानिवृत्त महानिदेशक पी.सी. नायर ने कहा है कि हमले में किसी रॉकेट या ड्रोन का उपयोग नहीं किया गया, जबकि मणिपुर के पुलिस महानिदेशक (प्रशासन) के. जयंत ने इस दावे का खंडन किया है और कहा है कि अत्याधुनिक हथियारों के उपयोग के सबूत मिले हैं ।

संपादकीय भूमिका 

सरकार को कब एहसास होगा कि जब तक ईसाई कुकी आतंकवादियों को सबक नहीं सिखाया जाएगा तब तक मणिपुर में शांति नहीं होगी ?