स्‍थानीय श्री बौखनाग देवता पर श्रद्धा साथ ही ज्ञान तथा कर्म के कारण बचावकार्य सफल हुआ ! – केंद्रीय मंत्री जनरल वी.के. सिंह

गोवा में पुर्तगालियों ने ४५० वर्ष राज्‍य करने के उपरांत भी गोवा में हमारे पूर्वजों ने भारतीय संस्‍कृति को संरक्षित रखा है । यह गोवा की विशेषता है ।

देहली की सुगम गायिका श्रीमती सुमन देवगण ने किया महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय के शोधकेंद्र का अवलोकन !

महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय का समग्र कार्य देखकर उन्होंने अपना मनोगत व्यक्त करते हुए कहा, ‘गुरुदेवजी (सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी) आज के समय के लिए आवश्यक कार्य ही कर रहे हैं, जिसकी आज की पीढी के लिए बहुत आवश्यकता है ।’

Hindu Temples : मंदिरों की पवित्रता टिकाए रखकर गोवा में आध्यात्मिक पर्यटन को आगे बढाने की आवश्यकता ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

मंदिर में साक्षात भगवान का वास होने से उसे ‘देवस्थान’ कहा जाता है । हे देवताभक्तों, मंदिर हिन्दुओं की उपासना के केंद्र बनने चाहिएं । – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी

प्रख्यात प्रवचनकार भारताचार्य सु.ग. शेवडे ने किया सनातन संस्था के रामनाथी, गोवा के आश्रम का अवलोकन !

भारताचार्य सु.ग. शेवडे (आयु ८९ वर्ष) ने १९ अक्टूबर २०२३ को यहां स्थित सनातन के आश्रम का अवलोकन किया । इस अवसर पर उन्होंने आश्रम में चल रहे राष्ट्र एवं धर्म से संबंधित कार्य की जानकारी ली ।

घातक संभाव्य महामारी ‘डिसीज एक्स’ पर उपचार हेतु किया जानेवाला नामजप

‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ ने दावा किया है कि पूरे जगत में ‘कोरोना’ महामारी से भी ७ गुना घातक ‘डिसीज एक्स’ नामक महामारी आनेवाली है और इससे विश्व के ५ करोड लोग अपने प्राण गंवा सकते हैं । यह महामारी पूरे विश्व में कभी भी आतंक मचा सकती है ।

देश में १८ स्थानों पर रासायनिक बमविस्फोट करने का था षड्यंत्र !

देहली में पकडे गए इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों की पूछताछ में चौंका देनेवाली जानकारी उजागर !

नामांतरण की आवश्यकता !

सरकार तथा नागरिकों को विदेशी संस्‍कृति के चिह्न मिटाने का कोई भी अवसर नहीं छोडना चाहिए ! हिन्दू महारक्षा अघाडी द्वारा सामने रखा गया यह सूत्र देशभक्त गोमंतकीय तथा भाजपा सरकार द्वारा अपनाकर भारत के इस भाग से एक और विदेशी जुए को उखाड कर संस्‍कृति को विकसित करने का प्रयास करेगी !

शाश्वत आनंदप्राप्ति हेतु साधना तथा स्वभावदोष-निर्मूलन आवश्यक है ! – कु. मिल्की अग्रवाल, गोवा

शोध का निष्कर्ष बताते हुए कु. मिल्की अग्रवाल ने कहा कि ‘‘कोई अध्यात्मशास्त्र के अनुसार सत्यनिष्ठा से साधना करे, तो कुछ समय के उपरांत उसके जीवन के दु:ख तथा तनाव घटते हैं तथा उस व्यक्ति को शांति एवं आनंदप्राप्ति में सहायता होती है ।’’

पादरी बोलमेक्स पेरेरा ने चर्च में प्रार्थना में छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करनेवाला विधान करने का प्रकरण

पादरी पेरेरा के विधान पर राज्य के शिवप्रेमियों ने बडी संख्या में ४ अगस्त को वास्को पुलिस थाने तक मोर्चा निकाला एवं पादरी परेरा को गिरफ्तार करने की मांग की ।

‘समलैंगिकता’ एवं ‘लिव -इन-रिलेशनशीप’ के द्वारा हिन्दू धर्म को दुर्बल बनाने का षड्यंत्र ! – पू. (डॉ.) शिवनारायण सेनजी, उपसचिव, शास्त्र-धर्म प्रचार सभा, बंगाल

‘समलैंगिकता’ एवं ‘लिव-इन-रिलेशनशीप’ पाश्चात्त्य संस्कृति है, जिससे भारत की कुटुंबव्यवस्था नष्ट हो रही है । ऐसी घटनाएं कलियुग के प्रभाव के कारण घटित हो रही हैं । कलि के प्रभाव के कारण ‘ईष्ट’ ‘अनिष्ट’ लगता है तथा जो ‘अनिष्ट’ होतेा है, वह ‘ईष्ट’ लगता है ।