पारंपरिक वाद्य ले जानेवाले भक्तों को मंदिर के महाद्वार पर ही रोक दिया जाता है !
ये सभी प्रथा-परंपराओं का पालन करते समय पारंपरिक वाद्य बजाए जाते हैं । विधि के लिए भक्त धूमधाम से देवी के मंदिर में आते हैं । प्रतिबंधित करने से यह परंपरा बंद हो जाने का भय है ।