सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार

‘भारत में पुलिस के साथ ही सभी क्षेत्रों में अपराधी हैं, यह स्वतंत्रता से लेकर अभी तक के सभी शासनकर्ताओं के लिए लज्जाजनक है । बच्चों को पाठशाला में साधना सिखाते, तो बडे होकर वे अपराधी न बनते ।’

‘हिन्दू’ शब्द का उल्लेख करने पर शिक्षाधिकारी ने मुख्याध्यापक को समझाया !

हिन्दू बहुल देश में ऐसी घटना होना हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक  है ! वास्तव में धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में ‘हिन्दू’ शब्द से भी चिढनेवाले मुसलमान अधिकारी से शिक्षाधिकारी को उत्तर मांगना चाहिए !

ज्ञानवापी की एक इंच भूमि भी हम नहीं देंगे !

‘‘मैं स्‍पष्‍ट कहना चाहता हूं कि सनातन धर्मी काशी में भोलेनाथ की एक इंच भूमि भी हम नहीं देंगे । यही हो सकता है कि मुसलमान (हिन्‍दुओंसे) क्षमा मांगें तथा अवैध नियंत्रण हटा लें ।’’ ऐसा स्‍पष्‍ट वक्‍तव्‍य पू. (अधिवक्ता) हरिशंकर जैनजी ने ‘एक्‍स’द्वारा ट्वीट कर किया ।

देश के लिए सर्वोत्कृष्ट कार्य करने के लिए हिन्दू धर्म मुझे धैर्य एवं बल देता है ! – ऋषी सुनक

भारत के कितने हिन्दू लोकप्रतिनिधि इसप्रकार सार्वजनिकरूप से कहते हैं ?

शाश्वत आनंदप्राप्ति हेतु साधना तथा स्वभावदोष-निर्मूलन आवश्यक है ! – कु. मिल्की अग्रवाल, गोवा

शोध का निष्कर्ष बताते हुए कु. मिल्की अग्रवाल ने कहा कि ‘‘कोई अध्यात्मशास्त्र के अनुसार सत्यनिष्ठा से साधना करे, तो कुछ समय के उपरांत उसके जीवन के दु:ख तथा तनाव घटते हैं तथा उस व्यक्ति को शांति एवं आनंदप्राप्ति में सहायता होती है ।’’

राष्ट्र की आध्यात्मिक उन्नति होनी चाहिए !

भारत में हिन्दुओं को सुरक्षित एवं शांति से जीवन जीने के लिए हिन्दू राष्ट्र स्थापित होना आवश्यक !

भारतीय संविधान से ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द निकालने का समय आ गया है ! – अधिवक्ता जॉयदीप मुखर्जी, महासचिव, अखिल भारतीय कानूनी सहायता संस्था, बंगाल

बांगलादेश से आए घुसपैठियों के कारण असम, मिजोरम एवं पश्चिम बंगाल के राज्यों के ८ सहस्र गांव मुसलमानबहुल हो गए हैं । इन सभी गावों में ९० प्रतिशत से अधिक मुसलमान हैं ।

निद्रिस्त हिन्दुओं को जगाकर संपूर्ण विश्व में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करनी है ! – हरिश जोशी, प्रदेश महामंत्री, श्रीराम युवा सेना, मध्यप्रदेश

हम भी गोहत्या, लव जिहाद एवं धर्मांतरण के विरुद्ध कार्य करते हैं । हिन्दुत्व का कार्य करने के कारण विरोधियों ने मुझ पर तथा मेरे भाई पर आक्रमण किए; परंतु ईश्वर की कृपा से उससे हमारी रक्षा हुई ।’’

धर्म, धर्मनिरपेक्षता एवं संविधान !

भारत स्वयंभू हिन्दू राष्ट्र है ही; परंतु संविधान द्वारा यह घोषित होना आवश्यक है !