निर्माण कार्य करते समय उसे ‘साधना’ के रूप में करने से उस निर्माण कार्य से बडे स्तर पर सकारात्मक स्पंदन प्रक्षेपित होते हैं !
निर्माण कार्य जैसी कृति (वास्तु का निर्माण) सेवाभाव से की, तो उस निर्माण कार्य में बहुत सात्त्विकता उत्पन्न होती है !
निर्माण कार्य जैसी कृति (वास्तु का निर्माण) सेवाभाव से की, तो उस निर्माण कार्य में बहुत सात्त्विकता उत्पन्न होती है !
परशुराम भूमि गोमंतक में सनातन के आश्रम में, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थयात्रा ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरिजी का भावपूर्ण वातावरण में स्वागत किया गया । ३० नवंबर की दोपहर को उन्होंने सनातन के आश्रम में सद्भावना भेंट की ।
परशुरामभूमि गोमांतक में सनातन के आश्रम में, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थयात्रा ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष प.पु. स्वामी गोविंददेव गिरि का भावपूर्ण वातावरण में स्वागत किया गया । ३० नवंबर की दोपहर को उन्होंने सनातन के आश्रम में शिष्टाचार भेंट की ।
सप्तर्षि की आज्ञा से यहां के सनातन के आश्रम में दशहरे के दिन अर्थात १२ अक्टूबर को सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी का स्वास्थ्य अच्छा रहे तथा उन्हें दीर्घायु प्राप्त हो; इसके लिए महामृत्युंजय यज्ञ किया गया ।
गोवा में सनातन का आश्रम साक्षात् वैकुण्ठ है।
अन्नपूर्णा कक्ष में सेवा के कारण तन के साथ मन का भी त्याग होता है । यह सेवा कर शीघ्र आध्यात्मिक उन्नति करनेवाले अनेक साधकों के उदाहरण हैं । इसलिए साधकों, भगवान द्वारा प्रदान की इस सेवा के द्वारा शीघ्र आध्यात्मिक उन्नति करने के अवसर का लाभ उठाएं !
‘आश्रम अत्यंत सुंदर है । यहां ज्ञानवर्धक, शांति एवं सात्त्विकता का मार्ग दिखानेवाला तत्त्वज्ञान है !’ – श्री. शंकर खराल, पोखरा, नेपाल
गोवा में मंदिरों को देखते-देखते जब मेरी दृष्टि सनातन आश्रम पर पड़ी तो मुझे वास्तविक गोवा दर्शन हो गया। हम यहां आकर उपकृत हो गये ऐसा वारकरी संप्रदाय के वरिष्ठ कीर्तनकार माननीय ह.भ.प.बंडा तात्या कराडकर ने कहा।
वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के सुविख्यात श्री. गणेश्वर शास्त्री द्रविडजी ने ६ जून २०२४ को रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम को सदिच्छा भेंट दी ।
सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता अश्विनी उपाध्यायजी की रामनाथी, गोवा स्थित सनातन आश्रम को सदिच्छा भेंट !