Maternal Mortality Rate In India : भारत में वर्ष २०२३ में अनुमानित १९ सहस्त्र गर्भवती महिलाओं की मृत्यु

भारत में वर्ष २०२३ में अनुमानतः प्रतिदिन औसतन ५२ महिलाओं की जान चली गई। यह आंकड़ा दुनिया भर में गर्भवती महिलाओं की कुल मृत्यु का ७.२ प्रतिशत है, ऐसी जानकारी संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में दी गई है।

Corona WHO : विश्वभर में एक महीने में कोरोना महामारी में ५२% की बढत ! – विश्व स्वास्थ्य संगठन

इस कालावधि में विश्वभर में कोरोना के कुल ८ लाख ५० सहस्र नए रोगी मिले तथा ३ सहस्र लोगों की कोरोना महामारी के कारण मृत्यु हो गयी है ।

चीन में एक बार पुनः आरंभ हुई कोरोना जैसी नई महामारी ! 

एक बार पुनः कोरोना जैसी महामारी के संकट का दावा किया जा रहा है । विशेष यह है कि इस महामारी का आरंभ भी कोरोना के समान ही चीन से हुआ है । इस पर ध्यान देते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विश्वभर को सतर्क रहने की चेतावनी दी है ।

घातक संभाव्य महामारी ‘डिसीज एक्स’ पर उपचार हेतु किया जानेवाला नामजप

‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ ने दावा किया है कि पूरे जगत में ‘कोरोना’ महामारी से भी ७ गुना घातक ‘डिसीज एक्स’ नामक महामारी आनेवाली है और इससे विश्व के ५ करोड लोग अपने प्राण गंवा सकते हैं । यह महामारी पूरे विश्व में कभी भी आतंक मचा सकती है ।

कोरोना की वास्तविक जानकारी दें !

चीन में कोरोना की नियंत्रण से बाहर निकली हुई स्थिति को देखते हुए उस विषय की वास्तविक जानकारी देने का आदेश देते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन को फटकारा । वर्तमान में चीन के अस्पतालों में स्थान शेष नहीं है, श्मसानों में अंतिम संस्कार के लिए लंबी लंबी कतारें लगी हुई हैं ।

(कहते हैं) ‘भारत में तैयार किया गया कफ सीरप लेने से १८ बच्चों की मृत्यु !’ – उजबेकिस्तान द्वारा आरोप

इससे पूर्व अफ्रीका महाद्वीप की गांबिया सरकार ने भी भारतीय प्रतिष्ठान के सीरप के सेवन से बच्चों की मृत्यु होने का आडंबर किया था तत्पश्चात आरोप वापस ले लिए थे । इसलिए ऐसा आरोप लगाने से पूर्व उजबेकिस्तान सरकार को प्रमाण प्रस्तुत करना चाहिए !

कोरोना की नई लहर आने की संभावना !

गत कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण पुन: तीव्र गति से बढ रहा है, इसलिए विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की नई लहर आने की संभावना है ।

फ्रान्स में प्रत्येक चार में से एक व्यक्ति बहरा ! — शोध का निष्कर्ष

शोधकर्ताओं ने ऐसा निष्कर्ष निकाला है कि लोगों के सुनने की क्षमता अल्प होने के पीछे अनेक कारण हैं, तब भी उनमें सबसे बडा भाग ‘हेडफोन्स’ और ‘इयरफोन्स’ का है ।