धर्मांधों द्वारा पथराव के लिए ५०० से १ सहस्र रुपए, जबकि पेट्रोल बम फेंकनेवाले को ५ सहस्र रुपए दिए गए थे 

धर्मांधों को किन लोगों से पैसे प्राप्त हुए थे, इसकी भी छानबीन होनी चाहिए !

कराची (पाकिस्तान) में मुसलमानों द्वारा नाबालिग लडकी का अपहरण, धर्मांतरण और विवाह

पाकिस्तान में असुरक्षित हिन्दू !

चामराजनगर (कर्नाटक) में शिशु वर्ग के गैर-मुस्लिम छात्रों को ईद के दिन भ्रमण के लिए दरगाह और मस्जिद ले जाया गया!

हिंदुओं को कब बोध होगा कि ऐसा एकतरफा सर्वधर्म समभाव हिंदुओं के लिए आत्मघातक  है ? हिंदुओं को इस बात का बोध कराने के लिए हिंदू संगठनों को हिंदुओं को धार्मिक शिक्षा देना प्रारंभ करना अनिवार्य है !

कोटा (राजस्थान) की एक निजी अंग्रेजी माध्यम की पाठशाला में गैर-मुस्लिम बच्चों को ‘अम्मी’ और ‘अब्बू’ बोलना सिखाया जाता है !

अब यही बाकी बचा था ! हिन्दुओं को उनके धर्म के अनुसार शिक्षा मिलने के लिए हिन्दू राष्ट्र का कोई विकल्प नहीं है !

केरल सरकार ने मोपला मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं के नरसंहार पर बनी फिल्म को प्रमाणपत्र देने से किया मना

केंद्र सरकार को घोषित करना चाहिए कि हिन्दुओं के नरसंहार को जमीनदारों के विरुद्ध विद्रोह ठहराकर हिन्दुओं के घाव पर नमक छिडकनेवाले इतिहासकारों ने लिखा इतिहास झूठ है ।

उदयपुर (राजस्थान) में मुसलमानों द्वारा एक हिन्दू का शिरच्छेद

मुसलमानों को भीड द्वारा मारे जाने पर हिन्दुओं को असहिष्णु कहनेवाले धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी अब कहां हैं ? ऐसी घटनाओं का होना हिन्दू राष्ट्र के निर्माण को अपरिहार्य बना देता है !

अमरावती के वैद्यकीय व्यावसायिक की निर्मम हत्या के संबंध में ६ कट्टरपंथियों को पकडा

हत्याकांड के कट्टरपंथियों को शरीयत कानून के अंतर्गत हाथ-पैर तोडने की या भरे चौक में बांधकर उनपर पत्थर फेंकने की सजा की कोई मांग करे, तो आश्चर्य न होगा !

दंगों के अपराधियों की गिरफ्तारी !

जब हिन्दुओं और हिन्दुत्व के लिए प्रतिकूल समय था, तब अनेक राष्ट्रविरोधी शक्तियों ने उसमें अपने हाथ धो लिए । अब उसका दंड भुगतने का समय आ गया है; क्योंकि आज के समय में हिन्दुओं, हिन्दुत्व और हिन्दू राष्ट्र के लिए अनुकूल समय बडी तीव्र गति से आ रहा है ।

समाजविघातक प्रवृत्तियों के घर पर ही नहीं; अपितु जिहादी विचारधारा पर भी बुलडोजर चलाना पडेगा – विनोद बंसल, राष्ट्रीय प्रवक्ता, विहिंप

‘राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल नामक हिन्दू युवक की जिहादियों ने निर्मम हत्या कर दी । यह कोई सामान्य घटना नहीं है, अपितु इस देश के सार्वभौमत्व के साथ ही यहां के सभ्य समाज, संविधान एवं लोकतंत्र पर किया गया आक्रमण ही है ।

‘कश्मीर से कन्याकुमारी’, ‘कच्छ से कामरूप’ ऐसा ‘आसेतु हिमालय’ एवं सिंधु से सेतुबंध’ तक हिन्दू राष्ट्र स्थापित करना है !

अगले २-३ वर्ष हिन्दू राष्ट्र की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हैं । इसके लिए हमें निरंतर हिन्दू राष्ट्र की मांग करते रहना होगा । इस दृष्टि से ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ महत्त्वपूर्ण है । यह कार्य करते समय कालमहिमा के अनुसार वर्ष २०२५ में हिन्दू राष्ट्र आने ही वाला है, इसके प्रति आश्वस्त रहिए !