‘कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण’ की ओर से परीक्षा में आते समय हिजाब पहनने पर प्रतिबंध !
मंगलसूत्र एवं बिछियां पहनने को अनुमति !
मंगलसूत्र एवं बिछियां पहनने को अनुमति !
इस वक्तव्य को माकपा ने अस्वीकारा; अन्य राजनीतिक दलों ने किया इसका विरोध !
विश्वभर में कुछ इस्लामी देश महिलाओं पर लगाए प्रतिबंध धीरे-धीरे शिथिल कर रहे हैं । लेकिन भारत के विद्यालय में लडकियों को हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने पर अधिकांश मुसलमान शोर करते हैं, यह ध्यान में लें !
त्रिपुरा राज्य के सिपाहीजला की घटना
‘गश्त-ए-एर्शाद’ नामक सशस्त्र दल पहरा दे रहा है । इस दल द्वारा सर्वप्रथम हिजाब न पहननेवाली महिलाओं को चेतावनी दी जाती है । तब भी यदि महिलाएं हिजाब परिधान न करें, तो वैध कार्रवाई की जाती है ।
महाविद्यालय ने मांग अस्वीकार करते हुए समिति का किया गठन !
गोवा की एक हिन्दू लडकी पुणे में नौकरी करती थी, उस समय एक धर्मांध युवक ने स्वयं को हिन्दू बताकर उसके साथ परिचय बढाया तथा उसके उपरांत उसके साथ विवाह किया । उसके उपरांत वह मुसलमान बनने के लिए उस पर दबाव डालने लगा ।
पुलिस ने विद्यालय से संबंधित लोगों को बंदी बनाया है । साथ ही विद्यालय संचालकों के व्यवसाय पर भी छापे मारे जा रहे हैं । पेट्रोल पंप सहित उनकी अनेक दुकानों पर ताले लगा दिए गए हैं ।
शिक्षासचिव द्वारा पाठशाला की प्राचार्या को इस विषय में लिखित उत्तर देने का आदेश
यद्यपि एम्नेस्टी संस्था पूरे विश्व में ऐसा कहती है कि वह मानवाधिकार के लिए काम करती है, तब भी समय-समय पर यह बात सामने आई है कि वह हिन्दूद्वेषी तथा भारत विरोधी कार्यवाहियां करती है । अभी भी उसकी मांगों से उसका भारतद्वेषी तथा हिन्दूद्वेषी स्वरूप सामने आया है !