अमरावती के वैद्यकीय व्यावसायिक की निर्मम हत्या के संबंध में ६ कट्टरपंथियों को पकडा

अमरावती (महाराष्ट्र) – यहां के वैद्यकीय व्यावसायिक उमेश कोल्हे (आयु ५५ वर्ष) की २१ जून की रात को लगभग ११ बजे न्यू हाईस्कूल के सामने गला रेतकर निर्मम हत्या की गई । इस संबंध में पुलिस ने अतिफ राशीद, आदिल रशीद, मुदस्सीर अहमद, शेख इब्राहिम, शाहरुख पठान, हिदायत खान, अब्दुल तौफिक उपाख्य नानू शेख तसलिम और शोएब खान उपाख्य भुर्या वल्द साबीर खान को पकडा है । इस प्रकरण में पुलिस ने डॉ. यूसुफ खान बहादुर खान को गिरफ्तार किया है । डॉ. कोल्हे के परिवारवालों ने डॉ. यूसुफ खान पर हत्या के संबंध में पहले शक जताया था । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस प्रकरण की जांच के आदेश एनआईए को दिए हैं । इस मामले में पुलिस ने ३ हत्यारों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया है ।

सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा की कुछ पोस्ट प्रसारित करने के कारण ही कोल्हे की हत्या हुई है, ऐसा प्रथम दृष्टि जांच में खुलासा हुआ है, ऐसी जानकारी पुलिस उपायुक्त विक्रम साळी ने दी । सांसद नवनीत राणा ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र भेजा है ।

इसमें उन्होंने मांग की है, ‘कोल्हे की हत्या शहर की पुलिस कमिश्नर आरती सिंह की असफलता है और उन्हें उनके पद से हटाया जाए ।’ इस एक ही प्रकरण की जांच स्थानीय पुलिस, राष्ट्रीय जांच एजेंसी और एटीएस के द्वारा की जा रही है । (एक ही अन्वेषण तंत्र रखकर शेष अन्वेषण तंत्रों ने अन्य प्रकरणों का अन्वेषण किया, तो वह समय सार्थक होगा ! – संपादक) (३.७.२०२२)

संपादकीय भूमिका

  • हत्याकांड के कट्टरपंथियों को शरीयत कानून के अंतर्गत हाथ-पैर तोडने की या भरे चौक में बांधकर उनपर पत्थर फेंकने की सजा की कोई मांग करे, तो आश्चर्य न होगा !
  • अल्पसंख्यक कहलानेवाले और बहुसंख्यकों की जान पर तुले हुए लोगों का यह अहंकार नष्ट करने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए’, ऐसा किसी को लगे तो गलत क्या है ?
  • ऐसी घटनाओं के विषय में कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी, समाजवादी पार्टी, बसपा आदि राजनीतिक दल; साथ ही आधुनिकतावादी, धर्मनिरपेक्षतावादी या इस्लामी संगठन मुंह नहीं खोलते, यह ध्यान में रखें !