हरिद्वार में कावड यात्रा मार्ग में नमाज पढने वाले ८ लोगों को हिरासत में लिया !

कभी भी कोई भी कारण बनाकर हिन्दुओं पर आक्रमण करने वाले धर्मांधों का कावड यात्रा के समय और वो भी हरिद्वार जैसे तीर्थ क्षेत्र में दंगा करवाने का षडयंत्र न हो ?

बांग्लादेश और भारत के हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचार जागतिक पटल पर प्रस्तुत किए !

जो भारत के हिन्दू नेताओं को करना अपेक्षित है, वे सात समुद्र के पार रहनेवाला एक इसाई सांसद करता है, यह हिन्दुओं के लिए अत्यंत लज्जाजनक है ! हिन्दुओं के नेताओं की ऐसी निष्क्रियता क्या कभी हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचार रोक पाएगी ?

बांग्लादेश में धर्मांधों ने किया हिन्दू परिवार पर आक्रमण !

यदि भारत में मुसलमानों पर आक्रमण हों, तो उस समय इस्लामी देश एवं उनके संगठन तुरंत भारत को खरी-खोटी सुनाकर उत्तर पूछते हैं, भारत सरकार को यह ध्यान में रखना चाहिए !

हरदोई (उत्तरप्रदेश) में धर्मांधों ने ३ मीटर तक तटबंध तोडा !

इससे पहले असम में धर्मांधों द्वारा बांध तोडने के कारण आई बाढ से १ लाख लोग प्रभावित हुए थे । अब वैसी ही घटनाएं देश में अन्यत्र करने के लिए धर्मांध प्रयत्न कर रहे हैं । यह भविष्य में आनेवाले बडे संकट की चेतावनी है । इस विषय में देश के निधर्मीवादी क्या मुंह खोलेंगे ?

जिन देशों में मुसलमानों की जनसंख्या न्यून है, वहां जा कर बच्चों को जन्म दें !

जिन मुसलमानों को अधिक बच्चों को जन्म देना हो, वे ऐसे देशो में जा सकते हैं, जहां मुसलमानों की संख्या न्यून है । ऐसा करने से वहां के मुसलमानों की जनसंख्या बढेगी ।

बरेली (उत्तर प्रदेश) में ४ धर्मांध कट्टर मुसलमानों ने १२ वर्ष की हिन्दू लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया।

ऐसे कट्टर धर्मांध बलात्कारियों के लिए कोई शरिया (इस्लामी) कानून के अनुसार कडे दंड की यदि  मांग करे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए !

खालिस्तानी आतंकवादी नेता भिंडरावाले को कांग्रेस प्रदान करती थी राजनीतिक एवं आर्थिक सुरक्षा !

इससे कांग्रेस का एक और राष्ट्रद्रोही कृत्य उजागर ! कृपया ध्यान दें कि न केवल खालिस्तानी आतंकवाद, अपितु जिहादी आतंकवाद को बढावा देने में  भी कांग्रेस द्वारा मुसलमानों की चापलूसी करना ही एक बहुत बडा कारण है !

सियालकोट (पाकिस्तान) में २ मुसलमानों द्वारा ईसाई मजदूरों की हत्या !

मुसलमान बहुसंख्यक देश में अल्पसंख्यक हिन्दू, ईसाई आदि धर्मियों की निरंतर हत्या कैसे हो रही है ?, ‘भारत के अल्पसंख्यक समाज को संकट है’, ऐसा विवरण प्रकाशित करनेवाले अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों के ध्यान में यह प्रश्न क्यों नहीं आता ?

झारखंड के मुसलमानबहुल गांव के सरकारी विद्यालय में हिन्दू विद्यार्थियों के प्रवेश पर बंदी !

‘एक गांव में मुसलमान बहुसंख्य होने से क्या स्थिति होती है ?’, ये इससे ध्यान में आता है । जब संपूर्ण देश में मुसलमान बहुसंख्य होंगे, तो देश की स्थिति क्या होगी, इसकी कल्पना करना कठिन नहीं । ऐसी स्थिति आने के पूर्व हिन्दुओं हिन्दू राष्ट्र निर्माण करने के लिए संगठित हों !