नाटक में भगवान शिव की भूमिका करने वाले अभिनेता को उसी पोशाक में धूम्रपान करने के आरोप में बंदी बनाया गया
हिन्दुओं को धर्म की शिक्षा न होने से, ऐसे कृत्य उनके द्वारा किए जाते हैं !
हिन्दुओं को धर्म की शिक्षा न होने से, ऐसे कृत्य उनके द्वारा किए जाते हैं !
यह ईद के समय क्यों बताना पडता है ? देश में प्रतिदिन सर्वत्र मुसलमान कसाई गोहत्या करते हैं । देश के सभी मुसलमान तथा धार्मिक नेता उसे रोकने का आवाहन क्यों नहीं करते ?
‘दार-उल-इस्लाम’ धर्मांधों की संकल्पना है इसलिए उन्हें भारतभूमि को ‘गजवा-ए- हिंद’ बनाना है । अत: धर्मांधों द्वारा ‘लैंड जिहाद’ का षड्यंत्र रचा जा रहा है । यह रोकने के लिए ‘सब भूमी गोपाल की’ अर्थात ‘सब भूमि हमारी है’, यह तत्त्व मन में बिंबित करना होगा ।
‘प्रसिद्धि और पैसे मिलेंगे, इसलिए हिन्दू धर्म और धर्माभिमानियों की निंदा करो’ ऐसे षड्यंत्र आजकल बडी संख्या में बढ गए हैं । ‘माध्यमों के द्वारा होनेवाली अपकीर्ति को अनदेखा करना’, ऐसी भूमिका कुछ संगठनों की है । इसलिए ऐसे प्रसारमाध्यम अधिक फलते हैं; परंतु सनातन संस्था ने प्रारंभ से ही ऐसे माध्यमों के विरोध में कानूनी लडाई लडने की भूमिका निभाई है ।
भारत में अनादि काल से हिन्दू संस्कृति है । यह संस्कृति प्रगल्भ विचारधारा लेकर आई है । संसार की अन्य संस्कृतियों का लय हो चुका है, तब भी हिन्दू संस्कृति आज भी टिकी हुई है; क्योंकि यह संस्कृति वैदिक विचारधारा पर आधारित है ।
इस घटना से हिन्दू समाज को जागृत होकर संगठित होने की आवश्यकता है । हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने प्रतिपादित किया है कि अब केंद्रीय गृहमंत्रालय को हिन्दुओं की सुरक्षा का दायित्व लेना चाहिए ।’
‘बेली डान्स’ एक प्राचीन नृत्य है । सदियों से मध्य पूर्व के विवाह समारोहों और पार्टियों में यह नृत्य किया जाता है । `बेली डान्स’ में कलाकार छोटे कपडे पहनकर नृत्य करते हैं ।
ज्ञान और आध्यात्मिकता के कारण हिन्दू पहचाना जाता है । आज के समय में हम अस्थिर, अनिश्चित,जटील और अस्पष्ट भविष्यवाले विश्व में जी रहे हैं, यह युक्रेन-रुस युद्ध, कोरोना महामारी और विभिन्न स्थानों पर हिन्दुत्वनिष्ठों की हो रही हत्याओं से ध्यान में आता है ।
दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में राष्ट्र और धर्म के लिए क्रियाशील होने का हिन्दुओं से आवाहन !
जिस प्रकार से कि किसानों ने अनेक महिनोंतक आंदोलन किया और उसके कारण सरकार को ३ कृषि कानून रद्द करने पडे, उसी प्रकार हिन्दुओं को सरकार पर भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिए दबाव बनाना पडेगा ।