हिन्दुत्व का नाश करने वालों का वैचारिक प्रतिकार करना आवश्यक !

ओम का जाप करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है !

भारतीय कुटुंबव्यवस्था विश्व में सर्वश्रेष्ठ ! – मेग जोन्स, प्रमुख, युनाईटेड नेशन्स वुमेन्स एम्पॉवरमेंट

जो विदेशी लोग समझते हैं, वह यहां के पुरो(अधो)गामी तथा आधुनिकतावादियों के समझ में आ जाए, तबतक समय बीत चुका होगा !

द्रमुक सरकार की ओर से एक मंदिर में धार्मिक परिषद के आयोजन पर प्रतिबंध !

तमिलनाडु की द्रमुक सरकार का हिन्दूद्वेष ! तमिलनाडु में द्रमुक सरकार के सत्ता में आने के दिन से हिन्दू विरोधी कार्यवाहियां बढी हैं । प्रभावी हिन्दू संगठन द्वारा ही इसे रोकना संभव है !

सनातन (धर्म)के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र रचा गया है ! – पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री

‘सनातन (धर्म) के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र रचा गया है । हत्ती चले बजार, कुत्ते भोंके हजार ! तुम हमसे जलते हो तो जलो; हम हमारा कार्य जारी ही रखेंगे !

चैत्र नवरात्रि के अवसर पर प्रत्येक जिले में होगा दुर्गा सप्तशती का पाठ !

साथ ही अखंड रामायण पठन का आयोजन करने को भी कहा है । इसके लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रत्येक जिले के लिए लाख रुपये का निधि भी उपलब्ध कराएगी।

पति के जीवित रहते हुवे बिंदी न लगानेवाली महिला को कर्नाटक के बीजेपी सांसद एम. मुनीस्वामी ने लगाई फटकार !

हिन्दू धर्म के अनुसार, एक सुहागन(सौभाग्यवती) महिला से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने माथे पर बिंदी (कुमकुम) लगाए । इससे महिला को आध्यात्मिक स्तर पर लाभ होता है । हिन्दू महिलाएं इसका पालन नहीं करती क्योंकि उनके पास धार्मिक शिक्षा नहीं है !

‘ॐ’ और ‘अल्ला’ एक ही हैं, तो काबा मस्जिद पर ॐ लिखें !

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की मौलाना अर्शद मदनी को चुनौती !

भारतीय संस्कृति में मनुष्य के सर्वांगीण विकास की कुंजी ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी

‘‘अमेरिका साक्षरता के साथ आर्थिक, औद्योगिक, तंत्रज्ञान आदि विकास में आगे है; परंतु विकास की सर्वांगीण दृष्टि नहीं थी । इस कारण आज वहां ६० से ७० प्रतिशत लोग मानसिक रोगों से ग्रस्त हैं । अपराध, व्यसनाधीनता, बलात्कार आदि घटनाएं वहां अत्यधिक हैं ।

छत्तीसगढ में २५० लोगों ने किया हिन्दू धर्म में पुन: प्रवेश !

ऐसी हिन्दूद्वेषी कांग्रेस को राजनीतिक दृष्टि से समाप्त करने हेतु हिन्दुओं को एकजुट होकर शपथ लेनी चाहिए !

इस बार चारधाम यात्रा में सहभागी होनेवाले इच्छुक भक्तों को नाम प्रविष्ट करना अनिवार्य !

हिन्दू धर्म में चारधाम यात्रा का अनन्य साधारण महत्त्व है । केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री एवं गंगोत्री के दर्शन के लिए हिन्दू लंबे समय से प्रतीक्षारत रहते हैं । ये सभी तीर्थक्षेत्र उत्तराखंड राज्य में स्थित हैं तथा इस बार राज्य सरकार ने इस यात्रा के लिए कुछ नियम बनाए हैं ।