नाटक में भगवान शिव की भूमिका करने वाले अभिनेता को उसी पोशाक में धूम्रपान करने के आरोप में बंदी बनाया गया

हिन्दुओं को धर्म की शिक्षा न होने से, ऐसे कृत्य उनके द्वारा किए जाते हैं !

ईद में हिन्दुओं के लिए मां समान गाय की बलि न दें !

यह ईद के समय क्यों बताना पडता है ? देश में प्रतिदिन सर्वत्र मुसलमान कसाई गोहत्या करते हैं । देश के सभी मुसलमान तथा धार्मिक नेता उसे रोकने का आवाहन क्यों नहीं करते ?

कानून में स्थित त्रुटियों के कारण न्यायालयीन निर्णयों से सच्चाई नहीं बाहर आती ! – अधिवक्ता मकरंद आडकर, अध्यक्ष, महाराष्ट्र शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक संस्था, नई देहली

‘दार-उल-इस्लाम’ धर्मांधों की संकल्पना है इसलिए उन्हें भारतभूमि को ‘गजवा-ए- हिंद’ बनाना है । अत: धर्मांधों द्वारा ‘लैंड जिहाद’ का षड्यंत्र रचा जा रहा है । यह रोकने के लिए ‘सब भूमी गोपाल की’ अर्थात ‘सब भूमि हमारी है’, यह तत्त्व मन में बिंबित करना होगा ।

हिन्दू धर्म के विरोध में लिखनेवाले प्रसिद्धि माध्यमों को न्यायालय में उत्तर देना होगा ! – अधिवक्ता नागेश जोशी, सचिव, हिन्दू विधिज्ञ परिषद, गोवा

‘प्रसिद्धि और पैसे मिलेंगे, इसलिए हिन्दू धर्म और धर्माभिमानियों की निंदा करो’ ऐसे षड्यंत्र आजकल बडी संख्या में बढ गए हैं । ‘माध्यमों के द्वारा होनेवाली अपकीर्ति को अनदेखा करना’, ऐसी भूमिका कुछ संगठनों की है । इसलिए ऐसे प्रसारमाध्यम अधिक फलते हैं; परंतु सनातन संस्था ने प्रारंभ से ही ऐसे माध्यमों के विरोध में कानूनी लडाई लडने की भूमिका निभाई है ।

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने के पश्चात ही विश्व का कल्याण करने में भारत सक्षम बनेगा ! – प.पू. स्वामी गोविंद देवगिरी महाराज, कोषाध्यक्ष, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास, अयोध्या

भारत में अनादि काल से हिन्दू संस्कृति है । यह संस्कृति प्रगल्भ विचारधारा लेकर आई है । संसार की अन्य संस्कृतियों का लय हो चुका है, तब भी हिन्दू संस्कृति आज भी टिकी हुई है; क्योंकि यह संस्कृति वैदिक विचारधारा पर आधारित है ।

उदयपुर की घटना, भारत के १०० करोड हिन्दुओं की सुरक्षा का प्रश्न ! – हिन्दू जनजागृति समिति

इस घटना से हिन्दू समाज को जागृत होकर संगठित होने की आवश्यकता है । हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने प्रतिपादित किया है कि अब केंद्रीय गृहमंत्रालय को हिन्दुओं की सुरक्षा का दायित्व लेना चाहिए ।’

रायपुर (छत्तीसगढ) में `बेली डान्स’ का कार्यक्रम बजरंग दल ने विफल किया ।

‘बेली डान्स’ एक प्राचीन नृत्य है । सदियों से मध्य पूर्व के विवाह समारोहों और पार्टियों में यह नृत्य किया जाता है । `बेली डान्स’ में कलाकार छोटे कपडे पहनकर नृत्य करते हैं ।

हिन्दू धर्म के प्रसार के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाना चाहिए ! – संतोष केचंबा, संस्थापक, राष्ट्र धर्म संगठन, बेंगलुरू

ज्ञान और आध्यात्मिकता के कारण हिन्दू पहचाना जाता है । आज के समय में हम अस्थिर, अनिश्चित,जटील और अस्पष्ट भविष्यवाले विश्व में जी रहे हैं, यह युक्रेन-रुस युद्ध, कोरोना महामारी और विभिन्न स्थानों पर हिन्दुत्वनिष्ठों की हो रही हत्याओं से ध्यान में आता है ।

देश, भाषा, संस्कृति और हिन्दू धर्म के प्रति निष्ठा रहकर धर्मकार्य करने से हिन्दू राष्ट्र आने में समय नहीं लगेगा ! – जगद्गुरु रामराजेश्वर माऊली सरकारजी महाराज, रुक्मिणी वल्लभ पीठ, कौंडण्यपुर अमरावती, महाराष्ट्र

दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में राष्ट्र और धर्म के लिए क्रियाशील होने का हिन्दुओं से आवाहन !

संप्रदायवाद छोडकर हिन्दुत्ववाद और राष्ट्रवाद अपनाइए ! – पू. चंद्रकांत महाराज शुक्लजी, जिलाप्रमुख, गुरुवंदना मंच, वलसाड, गुजरात.

जिस प्रकार से कि किसानों ने अनेक महिनोंतक आंदोलन किया और उसके कारण सरकार को ३ कृषि कानून रद्द करने पडे, उसी प्रकार हिन्दुओं को सरकार पर भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिए दबाव बनाना पडेगा ।