बागपत (उत्तर प्रदेश) में बकरीद पर धार्मिक स्थलों के पास कुर्बानी स्वीकार नहीं की जाएगी !

जिले का बडागांव श्रद्धा का केंद्र है, यहां माता मानसा देवी का प्राचीन मंदिर है तथा जैन समाज का तीर्थंकर मंदिर भी है । ऐसे धार्मिक स्थलों के पास बकरीद की कुर्बानी किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी ।

Hinduism Course in Mumbai University : मुम्बई विश्वविद्यालय के हिन्दू अध्ययन केन्द्र में प्रवेश प्रारंभ !

मुम्बई विश्वविद्यालय के समान अन्य सभी विश्वविद्यालयों में भी ऐसे पाठ्यक्रम रखकर हिन्दू संस्कृति को विश्व के समक्ष प्रस्तुत किया जाना चाहिए !

Meat Ban On Rampath : अयोध्या में रामपथ, 14 कोसी परिक्रमा आदि मार्गों पर मांस बिक्री पर प्रतिबंध

देश के प्रत्येक हिन्दू तीर्थस्थल के संदर्भ में ऐसा ही निर्णय लिया जाना आवश्यक है !

 हिन्दू संस्कृति के प्रसार के लिए ‘अपवर्ड फाऊंडेशन’ एवं ‘प्रग्याता’के माध्यम से कार्यरत देहली के श्री. आशिष धर !

श्री. आशिष धर एक ‘मेकैनिकल एंजिनियर’ (यांत्रिकी अभियंता) तथा सामाजिक उद्यमी हैं । (सामाजिक उद्यमी केवल लाभ के लिए कार्य नहीं करते, अपितु समाज में परिवर्तन लाना उनका मुख्य उद्देश्य होता है) श्री. आशिष धर ने भारतीय ज्ञानपरंपरा में समाहित गुलामी के प्रतीकों को मिटाकर हिन्दू संस्कृति की रक्षा हेतु समर्पित अनेक मंचों को आकार दिया है ।

फ्रेंच यात्री तावर्निए द्वारा गंगाजी के जल की स्वच्छता के विषय में किया लेखन

गंगा सप्तमी अर्थात गंगोत्पत्ति (३ मई) के उपलक्ष्य में..

कर्नाटक विधान परिषद की पूर्व सदस्या डॉ. एस्.आर्. लीला : हिन्दू संस्कृति की रक्षा का कार्य करनेवाली आधुनिक रणरागिनी !

डॉ. लीला का जन्म १७ जनवरी १९५० को कर्नाटक के कोलार जिले के मालूर तहसील में स्थित संपंगेरे गांव में हुआ । उन्होंने संस्कृत में एम्.ए. एम्.फील एवं पीएच. डी की उपाधियां प्राप्त की ।

शास्त्र एवं शौर्य के आधार पर बौद्धिक स्तर पर मूलभूत परिवर्तन कराने हेतु कठिन श्रम करनेवाले योद्धा श्री. संजीव नेवर !

नोएडा (उत्तरप्रदेश) के श्री. संजीव नेवर ‘अग्नि समाज’, ‘जेम्स ऑफ बॉलीवूड’, ‘सेवा न्याय उत्थान फाऊंडेशन’ इन संस्थाओं के संस्थापक हैं ।

हिन्दू नववर्ष के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश तथा बिहार में सामूहिक ब्रह्मध्वज पूजन का आयोजन

फत्तूपुर विश्वकर्मा मंदिर के पास गोवर्धन मंदिर भदोही पर हिन्दू नवसंवत्सर (चैत्र शुक्ल प्रतिपदा) के उपलक्ष्य में ब्रह्मध्वज का पूजन सामूहिक रूप से किया गया ।

‘शाश्वत भारत ट्रस्ट’के माध्यम से सनातन संस्कृति का प्रसार करनेवाले देहरादून (उत्तराखंड) के हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. कुलदीप दत्ता !

देहरादून (उत्तराखंड) के डॉ. कुलदीप दत्ता (आयु ७५ वर्ष) एक विख्यात हृदयरोग विशेषज्ञ हैं । उन्होंने वर्ष १९७६ से १९९८ के दौरान उत्तरप्रदेश में ‘चिकित्सकीय निदेशक’के रूप में सरकारी नौकरी की ।

Shri Ram Navami Celebrated : श्री रामनवमी पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई !

देशभर में ६अप्रैल को श्री राम नवमी हर्षोल्लास के साथ मनाई गई । देश के विभिन्न श्रीराम मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई। अयोध्या में श्री राम मंदिर में श्री राम लला के दर्शन के लिए लाखों भक्त कतार में खड़े हैं।