पति के जीवित रहते हुवे बिंदी न लगानेवाली महिला को कर्नाटक के बीजेपी सांसद एम. मुनीस्वामी ने लगाई फटकार !

भाजपा सांसद एम. मुनिस्वामी

बेंगलुरु (कर्नाटक) – कर्नाटक के कोलार निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा सांसद एम. मुनिस्वामी ने चन्नैहा मंदिर की एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद एक स्टाल पर कपडे बेचने वाली एक महिला को अपने पति के जीवित रहते बिंदी न लगाने के कारण डांटा । मुनिस्वामी ने इस महिला से कहा, ‘पहले माथे पर बिंदी लगा । तुम्हारा पति जीवित है न ? आपके पास सामान्य ज्ञान नहीं है क्या ?’

कांग्रेस की आलोचना !

यह कहकर मुनिस्वामी ने अपने साथियों से महिला को बिंदी देने को कहा । इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर विवाद खड़ा हो गया । कांग्रेस ने इस घटना की निंदा की है । कांग्रेस ने इस बात की भी आलोचना की कि ‘इस तरह की घटनाओं से बीजेपी की संस्कृति देखी जा सकती है.’ (यदि कोई यह कहे कि कांग्रेस की यह आलोचना उनकी विकृती दर्शाती है, तो यह गलत नहीं है ! – संपादक)

(सौजन्य : India Today)

संपादकीय भूमिका

  • हिन्दू धर्म के अनुसार, एक सुहागन(सौभाग्यवती) महिला से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने माथे पर बिंदी (कुमकुम) लगाए । इससे महिला को आध्यात्मिक स्तर पर लाभ होता है । हिन्दू महिलाएं इसका पालन नहीं करती क्योंकि उनके पास धार्मिक शिक्षा नहीं है !
  • कुमकुम या बिंदी नहीं लगाने वाली किसी विवाहित स्त्री से कोई कहे कि इसे लगाओ तो गलत कैसे ? जब कोई हिन्दुओं को धर्म का पालन करने के लिए कहता है, तो कांग्रेस और अन्य ढोंगी उसका विरोध करते हैं; परंतु यही लोग कर्नाटक के विद्यालयों में हिजाब पर प्रतिबंध का विरोध करते हैं ! इससे इनका ढोंगीपन उजागर होता है !