सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘बुद्धिप्रमाणवादियों के कारण हिन्दुओं की ईश्वर के प्रति श्रद्धा नष्ट हो गई । सर्वधर्म समभाववादियों के कारण हिन्दुओं को हिन्दू धर्म की अद्वितीयता समझ में नहीं आई तथा साम्यवादियों के कारण हिन्दुओं का ईश्वर से विश्वास उठ गया ।