‘समलैंगिकता’ एवं ‘लिव -इन-रिलेशनशीप’ के द्वारा हिन्दू धर्म को दुर्बल बनाने का षड्यंत्र ! – पू. (डॉ.) शिवनारायण सेनजी, उपसचिव, शास्त्र-धर्म प्रचार सभा, बंगाल
‘समलैंगिकता’ एवं ‘लिव-इन-रिलेशनशीप’ पाश्चात्त्य संस्कृति है, जिससे भारत की कुटुंबव्यवस्था नष्ट हो रही है । ऐसी घटनाएं कलियुग के प्रभाव के कारण घटित हो रही हैं । कलि के प्रभाव के कारण ‘ईष्ट’ ‘अनिष्ट’ लगता है तथा जो ‘अनिष्ट’ होतेा है, वह ‘ईष्ट’ लगता है ।