बालकों में राष्ट्रप्रेम उत्पन्न होने के लिए यह करें !
‘भावी पीढी आतंकवादी न बने, इसलिए विद्यालय के पाठ्यक्रम में ही हिन्दू धर्म में बताया गया ज्ञान, विज्ञान तथा अच्छे संस्कारों की सीख देने से बालकों के मन में राष्ट्रप्रेम उत्पन्न होगा ।’
‘भावी पीढी आतंकवादी न बने, इसलिए विद्यालय के पाठ्यक्रम में ही हिन्दू धर्म में बताया गया ज्ञान, विज्ञान तथा अच्छे संस्कारों की सीख देने से बालकों के मन में राष्ट्रप्रेम उत्पन्न होगा ।’
कामकाज को जालस्थल पर प्रकाशित करने के लिए अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर का महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र !
जोशीमठ (उत्तराखंड) में भूस्खलन !
कर्णप्रयाग में भी भूस्खलन
ईसाई नववर्ष के दिन पाक-समर्थित जिहादी आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर में ४ कश्मीरी हिन्दुओं की हत्या कर भारत को दिखा दिया है कि ‘आप हमें मिटा नहीं सकते, हमें मिटाने की आप में शक्ति नहीं है !
चलचित्रों, समाजिक माध्यमों और दूरदर्शन के माध्यम से हिन्दू देवी-देवताओं और धर्म के अपमान को रोकने के लिए एक ‘धर्म सेंसर बोर्ड’ का गठन किया गया है । इसकी स्थापना द्वारका एवं ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने की है ।
सनातन संस्था जो कार्य कर रही है उसका हिन्दू राष्ट्र की निर्मिती में बहुत बडा योगदान है । सभी में अच्छे संस्कार निर्माण करना और सभी का जीवन संस्कारमय हो, इसके लिए सनातन संस्था के साधक निरंतर प्रयास कर रहे हैं ।
पारसनाथ पर्वत (सम्मेद शिखरजी ) परिसर के सभी पर्यटन और ‘इको टुरिज्म’ के उपक्रम बंद किए जाने चाहिए, ऐसा केंद्र सरकार की अधिसूचना में कहा गया है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सूचना के उपरांत पर्यावरण मंत्रालय ने यह अधिसूचना प्रसारित की ।
एक औषधीय प्रतिष्ठान ने नवरात्रोत्सव काल में हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करनेवाला विज्ञापन प्रसारित किया था । उसे देखकर एक धर्मप्रेमी ने पुलिस में परिवाद प्रविष्ट किया । इस संदर्भ में हुई न्यायालयीन प्रक्रिया के विश्लेषण से संबंधित लेख यहां दे रहे हैं ।
गन्ने का रस, आंवले का रस अथवा भूरा कद्दू (पेठा) के रस के साथ अमलतास की फलियों का गूदा लें ।
‘‘कालमहिमा के अनुसार हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होकर रहेगी, परंतु सूर्यास्त के उपरांत अंधेरा दूर करने के लिए जिस प्रकार से एक दीपक भी अपना योगदान देता है, उसी प्रकार से हम हिन्दुओं को भी हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के कार्य में प्रतिदिन न्यूनतम एक घंटा समय देने का संकल्प करना होगा’