देहरादून (उत्तराखंड) के एक विद्यालय में ‘शुक्रवार’ को आधे दिन की छुट्टी देने का प्रयत्न अभिभावकों ने असफल किया !

ऐसे जागृत अभिभावक सर्वत्र चाहिए ! उत्तराखंड की भाजपा सरकार को ऐसे विद्यालय के व्यवस्थापन के विरोध में कार्रवाई करनी चाहिए !

किशनगंज (बिहार) में १९ पाठशालाएं रविवार की अपेक्षा ‘शुक्रवार’ के दिन बंद !

हिन्दु बहुसंख्यक होते हुए भी उन्होंने पिछले ७५ वर्षाें में धर्म के आधार पर इस प्रकार का कोई भी निर्णय नहीं अपनाया है । किंतु जहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं, वहां त्वरित उनके धर्मानुसार इस प्रकार का निर्णय अपनाया जाता है । हिन्दू यह बात ध्यान में रखें, वही सुदिन होगा !

बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा हिन्दुओं की दुकानों पर पुनः आक्रमण; हिन्दू दुकानदार पर चलाई गोली !

मैमनसिंग जिले के भालुका उप-जिले में मुसलमान कट्टरपंथियों ने जातीयवादी घोषणा देते हुए हिन्दू की दुकानों पर आक्रमण किया । इस अवसर पर एक हिन्दू दुकानदार पर गोली भी चलाई ।

फतेहपुर (उत्तरप्रदेश) के सेवानिवृत्त शासकीय कर्मचारी अब्दुल जमील का हिन्दू धर्म में प्रवेश

श्रवण कुमार ने बताया कि इस्लाम धर्म में अधिक मात्रा में अपने-पराए का भाव है  । यहां भाई भाई का नहीं होता । लोग स्वार्थ तथा संपत्ति हेतु हत्या भी कर देते हैं । इन बातों से मैं अधिक परेशान था और मैंने निश्चय किया कि मैं हिन्दू धर्म अपनाऊंगा ।

उदयपुर (राजस्थान) में कन्हैयालाल की दुकान स्थित बाजार में अब भी लोग भयभीत !

हिन्दुओं के मुठ्ठीभर जिहादियों से घबरा जाने का यह परिणाम है ! इसके विरोध में हिन्दुओं को संगठित होकर अपनी रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए !

उदयपुर में कन्हैयालाल समान ही २ अन्य हिन्दू व्यापारियों को जान से मारने की कट्टरपंथियों की धमकी 

राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वारा मुसलमानों की चाटुकारिता (चापलूसी) होते रहने के कारण कट्टरपंथियों को खुली छूट है एवं वे हिन्दुओं को इसीप्रकार धमकियां देते रहेंगे, यह स्पष्ट है !

डोडा (जम्मू-कश्मीर) – यहां के शिवमंदिर में भगवान शिव की मूर्ति की अज्ञातों द्वारा तोडफोड !

कश्मीर की समस्या धार्मिक होने के कारण जब तक उसके मूल पर आघात करके उसे जड से समाप्त नहीं किया जाता, तब तक यह समस्या बनी रहेगी !

केरल सरकार ने मोपला मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं के नरसंहार पर बनी फिल्म को प्रमाणपत्र देने से किया मना

केंद्र सरकार को घोषित करना चाहिए कि हिन्दुओं के नरसंहार को जमीनदारों के विरुद्ध विद्रोह ठहराकर हिन्दुओं के घाव पर नमक छिडकनेवाले इतिहासकारों ने लिखा इतिहास झूठ है ।

दंगों के अपराधियों की गिरफ्तारी !

जब हिन्दुओं और हिन्दुत्व के लिए प्रतिकूल समय था, तब अनेक राष्ट्रविरोधी शक्तियों ने उसमें अपने हाथ धो लिए । अब उसका दंड भुगतने का समय आ गया है; क्योंकि आज के समय में हिन्दुओं, हिन्दुत्व और हिन्दू राष्ट्र के लिए अनुकूल समय बडी तीव्र गति से आ रहा है ।

‘कश्मीर से कन्याकुमारी’, ‘कच्छ से कामरूप’ ऐसा ‘आसेतु हिमालय’ एवं सिंधु से सेतुबंध’ तक हिन्दू राष्ट्र स्थापित करना है !

अगले २-३ वर्ष हिन्दू राष्ट्र की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हैं । इसके लिए हमें निरंतर हिन्दू राष्ट्र की मांग करते रहना होगा । इस दृष्टि से ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ महत्त्वपूर्ण है । यह कार्य करते समय कालमहिमा के अनुसार वर्ष २०२५ में हिन्दू राष्ट्र आने ही वाला है, इसके प्रति आश्वस्त रहिए !