किशनगंज (बिहार) में १९ पाठशालाएं रविवार की अपेक्षा ‘शुक्रवार’ के दिन बंद !

पाठशालाओं में ८० प्रतिशत मुसलमान छात्र पढने के कारण अनेक वर्षाें से चली आ रही यह परंपरा !

किशनगंज (बिहार) – जनपद के १९ पाठशालाओं में बिना सरकारी आदेश के शुक्रवार को छुट्टी दी गई है । शिक्षा विभाग का कहना है कि मुसलमानबहुल क्षेत्र होने के कारण यहां यह परंपरा आरंभ हुई है ।

१. किशनगंज शहर की लाईन उर्दू मध्य विद्यालय की प्राचार्या झरना बाला ने बताया कि यहां एक भी उर्दू पाठशाला नहीं है, सभी हिन्दी पाठशालाएं हैं; किंतु यहां शुक्रवार को छुट्टी दी गई है, क्योंकि पाठशाला में मुसलमान छात्रों की संख्या ८० प्रतिशत है । वर्ष १९०१ में हमारी पाठशाला स्थापित हुई । उस समय से यहां शुक्रवार के दिन छुट्टी रहती है तथा रविवार के दिन पाठशाला का कार्य चलते रहता है ।

२. किशनगंज जनपद के शिक्षाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता ने बताया कि यह परंपरा पुरानी है । इस संदर्भ में कोई भी आदेश नहीं है । इस संदर्भ में हम वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत कर शुक्रवार के दिन पाठशाला चालू रखने के संदर्भ में निर्णय लेंगे ।

३. किशनगंज के भूतपूर्व विधायक गोपाल अग्रवाल ने शुक्रवार की छुट्टी का विरोध किया है । उन्होंने बताया कि धर्म एवं पंथ को शिक्षा से दूर रखना चाहिए ।

संपादकीय भूमिका

  • अब हिन्दुओं को यह कहना चाहिए कि देश के ९० प्रतिशत पाठशालाओं में हिन्दू बहुसंख्यक होने के कारण उनके लिए पवित्र माने जानेवाले गुरुवार के दिन छुट्टी घोषित करने की आवश्यकता है !
  • हिन्दु बहुसंख्यक होते हुए भी उन्होंने पिछले ७५ वर्षाें में धर्म के आधार पर इस प्रकार का कोई भी निर्णय नहीं अपनाया है । किंतु जहां मुसलमान बहुसंख्यक हैं, वहां त्वरित उनके धर्मानुसार इस प्रकार का निर्णय अपनाया जाता है । हिन्दू यह बात ध्यान में रखें, वही सुदिन होगा !
  • यह बात स्वतंत्रता के पश्चात अभीतक की सभी सरकारों के लिए लज्जास्पद है !