उदयपुर (राजस्थान) में कन्हैयालाल की दुकान स्थित बाजार में अब भी लोग भयभीत !

१५ में से १३ दुकानें अब भी बंद !

कन्हैयालाल एवं बाजार के बंद दुकाने

उदयपुर (राजस्थान) – यहां के मलादास स्ट्रीट पर बाजार में अब तक लोग भयभीत हैं । इसी बाजार में कन्हैयालाल की दुकान थी, जहां रियाज अत्तारी एवं मुहम्मद गौस ने २८ जून को कन्हैयालाल का शिरच्छेद कर उनकी हत्या की थी । इस घटना के उपरांत यहां के दुकानदार अब भी अपनी दुकानें खोलने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं । जिस भूतमहल गली में कन्हैयालाल की दुकान थी, उस गली में कुल १५ दुकानें हैं; परंतु उस घटना के पश्चतात उनमें से १३ दुकानें अब तक नहीं खोली गईं हैं । इससे ध्यान में आता है कि दुकानदार कितने आतंकित हो गए हैं । इतना ही नहीं, अब तो हिन्दू भी कुछ खरीदने के लिए उस गली में जाते दिखाई नहीं देते । कन्हैयालाल की हत्या के उपरांत यहां के अनेक दुकानदारों को दूरभाष द्वारा धमकियां मिलने के कारण यह स्थिति निर्माण हुई है ।

नूपुर शर्मा ने एक वृत्तवाहिनी के चर्चासत्र में मुहम्मद पैगंबर का तथाकथित अनादर करनेवाले विधान करने से शर्मा की हत्या करने का आवाहन धर्मांधों द्वारा निरंतर किया जा रहा है । ऐसे में कन्हैयालाल द्वारा नूपुर शर्मा का समर्थन करनेवाली पोस्ट प्रसारित करने के कारणवश उनकी हत्या की गई । उन्होंने इस प्रकरण में क्षमा भी मांगी थी एवं पुलिस ने बंदी भी बनाया था, तब भी उनकी हत्या कर दी गई ।

१. कन्हैयालाल की दुकान के निकट महावीर सेठ की ‘लेटेस्ट टेलर्स’ नामक दुकान है । उनका कहना है, ‘कन्हैयालाल की हत्या को २० से भी अधिक दिन बीत गए हैं, तब भी लोग अब तक घबराए हुए हैं । मेरी दुकान में दो लोग काम करते हैं । उनमें से एक बीमार है, तो दूसरा इस घटना के कारण घबरा गया है । वह काम पर आने का इच्छुक नहीं । हमारी दुकान के बाहर पुलिस तैनात की जाने से लोग आतंकित हैं ।’

२. यहां सोने के व्यापारी मयंक लोढा ने कहा, हमारे पास आनेसे पहले ग्राहक दूरभाष कर बाजार की स्थिति के विषय में जानकारी लेते हैं । यदि स्थिति सामान्य है, तब ही वे दुकान में आने का निर्णय लेते हैं ।

३. यहां के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा का कहना है कि अब बाजार का वातावरण सामान्य है । (यदि बाजार सामान्य होता, तो नागरिकों की वहां भीड होती; परंतु स्थिति वैसी नहीं है; फिर पुलिस ऐसा दावा कैसे कर सकती है ? – संपादक) हम प्रतिदिन व्यापारी एवं व्यापारी संगठन के पदाधिकारियों के संपर्क में हैं । गत कुछ दिनों से ३ अलग-अलग धमकियां मिलने के उपरांत पूछताछ की जा रही है । बाजार के किसी भी व्यापारी को डरने की आवश्यकता नहीं । (जनता में पुलिस के प्रति विश्वास न होने से पुलिस भले ही कितना भी आवाहन करे, जब तक जनता को स्वयं की सुरक्षा की निश्चिती नहीं होती, तब तक जनता के निश्चिंत होने की संभावना अल्प है ! – संपादक)

संपादकीय भूमिका

  • राजस्थान में काँग्रेस की सरकार होने से कन्हैयालाल के शिरच्छेद की घटना के उपरांत हिन्दुओं ने ‘पुलिस एवं सरकार हमारी रक्षा करेगी’, यह विश्वास खो दिया है, यही इससे ध्यान में आता है ! यह स्थिति बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही एकमेव पर्याय है !
  • हिन्दुओं के मुठ्ठीभर जिहादियों से घबरा जाने का यह परिणाम है ! इसके विरोध में हिन्दुओं को संगठित होकर अपनी रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए !