PM Modi On Mahakumbh : महाकुंभ के आयोजन में यदि कोई कमी रह गई हो तो कृपया मुझे क्षमा करें !
महाकुंभ के समापन के बाद प्रधानमंत्री मोदी की श्रद्धालुओं से अपील !
महाकुंभ के समापन के बाद प्रधानमंत्री मोदी की श्रद्धालुओं से अपील !
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की पिछली रिपोर्ट का लाभ उठाते हुए ध्रुव राठी जैसे कट्टर हिन्दू द्वेषियों ने महाकुंभ पर्व व्यवस्था को अप्रभावी और जनविरोधी बताने की कोशिश की।
हिन्दू धर्म में गंगास्नान का अनन्यसाधारण महत्त्व है । ऐसा होते हुए भी राज ठाकरे के इस वक्तव्य ने करोडों हिन्दू धर्मियों की भावनाएं आहत हुई हैं !
राज्य सरकार के ‘डिजिटल खोया-पाया केन्द्र’ ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका !
मुझे दूसरा धर्म क्यों स्वीकार करना चाहिए ? मुझे सभी धर्मों से प्यार है। हमने इस धर्म में जन्म के लिए आवेदन नहीं किया । मैं एक हिन्दू के रूप में पैदा हुआ हूं और मैं एक हिन्दू के रूप में ही मरूंगा, इस प्रकार का कर्नाटक के कांग्रेस सरकार के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने किया।
ओम बिरला ने कहा कि धर्म, आध्यात्मिकता और संस्कृति का यह महाकुंभ दिव्य है । इसमें एक अलौकिक ऊर्जा है । मैं मां गंगा से प्रार्थना करता हूं कि उनका आशीर्वाद सदा हम सभी पर बना रहे ।
सेक्टर ९ में शांभवी पीठ की काली सेना के शिविर में इस अधिवेशन का आयोजन किया गया था ।
विश्वविद्यालय के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के विषय में व्यक्त किए गौरवोद्गार !
महाकुम्भ क्षेत्र में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी तथा समिति के अन्य कार्यकर्ताओं ने विविध अखाडों के संत-महंतों से भेंट कर उन्हें जून में गोवा में होनेवाले वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव का निमंत्रण दिया । तथा हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की विस्तृत जानकारी दी ।
अखिल भारतीय अखाडा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराजजी से भेंट करने पर उन्होंने कहा, ‘‘प्रयागराज का भव्य महाकुम्भ, अयोध्या का श्रीराम मंदिर, वाराणसी का श्री काशी विश्वेश्वर मंदिर तथा उज्जैन का श्री महाकालेश्वर मंदिर देखकर लगता है कि ये सब परिवर्तन ‘हिन्दू राष्ट्र’ के ही संकेत दे रहे हैं । “