Shrikrishna Janmabhoomi : इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मुस्लिम पक्ष की याचिका निरस्त की !
श्रीकृष्ण जन्मभूमि संबंधी १८ प्रकरणों को एकत्र न करने की याचना मुस्लिम पक्ष ने की थी !
श्रीकृष्ण जन्मभूमि संबंधी १८ प्रकरणों को एकत्र न करने की याचना मुस्लिम पक्ष ने की थी !
भोजशाला में दीवारों और खंभों के साथ-साथ 37 देवी-देवताओं की मूर्तियां भी मिलीं। कुल 1 सहस्त्र 700 अवशेष मिले है। इनमें 650 अवशेष सबसे महत्वपूर्ण है।
संसद में फ़िलिस्तीन के प्रति निष्ठा दिखाने के लिए अधिवक्ता पू. हरिशंकर जैन की राष्ट्रपति से मांग !
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की प्रेरणा से ही वर्ष २००२ में ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ की स्थापना हुई । यहां हम उनके द्वारा हिन्दुत्वनिष्ठों का किया गया मार्गदर्शन दे रहे हैं ।
उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता (पू.) हरिशंकर जैन के ‘हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस’ ने भोजशाला के वैज्ञानिक सर्वेक्षण के लिए उच्च न्यायालय में अर्जी प्रविष्ट की थी ।
‘भारतीय गणराज्य के क्षितिज पर वर्ष १९९० में जब अंधकार छाया हुआ था, उस समय सूरज की किरणें दिखने का आभास युगद्रष्टा परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी ने देश के कलुषित धर्मनिरपेक्षतावाद के विरोध में जनता को हिन्दू राष्ट्रवाद दिखलाने का कार्य किया ।
मूलतः ऐसी मांग करनी ही न पडे । देश में जिन स्थानों पर मंदिर गिराकर मस्जिदों का निर्माण करने का इतिहास एवं प्रमाण हैं, वे सभी स्थान पुरातत्व विभाग को सरकार को प्रस्तुत करने चाहिए एवं सरकार को भी ऐसे सभी स्थान हिन्दुओं को सौंप देने चाहिए !
हिन्दू पक्ष ने वर्ष १९०२ में हुए सर्वेक्षण की वैज्ञानिक पद्धति से जांच करने की मांग की है !
संपूर्ण परिसर हिन्दुओं को सौंपने के लिए कानून बनाए । अयोध्या के समान यहां भी मंदिर बने और पूजा प्रारंभ हो ।
‘‘मैं स्पष्ट कहना चाहता हूं कि सनातन धर्मी काशी में भोलेनाथ की एक इंच भूमि भी हम नहीं देंगे । यही हो सकता है कि मुसलमान (हिन्दुओंसे) क्षमा मांगें तथा अवैध नियंत्रण हटा लें ।’’ ऐसा स्पष्ट वक्तव्य पू. (अधिवक्ता) हरिशंकर जैनजी ने ‘एक्स’द्वारा ट्वीट कर किया ।