Aurangzeb Tomb : औरंगजेब जैसे क्रूरकर्मा की मजार का संरक्षण सरकार क्यों करे ? – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

छत्रपति संभाजीनगर के खुलताबाद में उसकी मजार है । विश्व में कहीं भी क्रूरकर्मियों की मजारों का संरक्षण करने का चलन नहीं है । विशालगढ पर स्थित वीर बाजीप्रभु की समाधि तक पहुंचने के लिए ठीक से सडक भी नहीं है ।

यदि ओवेसी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने तब भी हम हिन्दुत्व का ही काम करेंगे! – अधिवक्ता संजीव पुनालेकर, मुंबई उच्च न्यायालय

सत्ता आएगी और जाएगी; लेकिन हम हिन्दुत्व की रक्षा के लिए काम करते रहेंगे ऐसा वक्तव्य हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय सचिव और मुंबई उच्च न्यायालय के अधिवक्ता संजीव पुनालेकर ने किया

SANATAN PRABHAT EXCLUSIVE : वर्ष २०२३-२४ में ४ सहस्र ३०० करोड ‘निर्धन रोगी कोष’ में जमा; परंतु उपचार हेतु केवल ३-४ प्रतिशत धनराशि का ही विनियोग !

महाराष्‍ट्र के धर्मादाय चिकित्सालयों की सरकार से धोखाधडी !

हिन्दू विधिज्ञ परिषद के पत्र के पश्चात महाराष्ट्र पुरातत्व विभाग ने लॉन्च की अपनी वेबसाइट !

सूचना का अधिकार अधिनियम 12 अक्टूबर, 2019 को महाराष्ट्र में लागू हुआ; किंतु अपनी जानकारी प्रसारित करना तो दूर, महाराष्ट्र राज्य पुरातत्व विभाग ने अपनी वेबसाइट तक लॉन्च नहीं की थी।

नलदुर्ग (धाराशिव) में ‘अफसान यंत्रकरघा गारमेंट’ को नियमबाह्य पद्धति से सरकार द्वारा ३ करोड १५ लाख रुपए का ऋण  !

प्रशासकीय अधिकारियों के घोटालों के कारण सरकार की करोडों रुपए की आर्थिक हानि  !
हिन्दू विधीज्ञ परिषद की सूचना एवं अधिकार के माध्यम से प्राप्त जानकारी द्वारा  धक्कादायक प्रकार उजागर  !

औषधियों की गुणवत्ता की जांच नहीं करने वाले तथा फर्जी प्रतिष्ठान का समर्थन करने वाले सरकारी अधिकारियों पर कब कार्रवाई होगी ? – हिन्‍दू न्‍याय परिषद का प्रश्‍न

हाल ही में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने नागपुर के सरकारी अस्‍पताल ‘इंदिरा गांधी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्‍पिटल’ पर छापा मारकर ’सिप्रोफ्लोक्‍सासिन’ की २१,६00 नकली गोलियां जप्‍त की हैं ।

११ वर्षों के उपरांत भी दंगों के हानि की भरपाई नहीं की गई  !

जिस सरकार के शासनकाल में यह दंगा हुआ, उस सरकार के समय कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पक्षों के साथ संबंध रखने वालों पर तत्काल कार्रवाई न करने वालों को आजीवन कारावास का दंड  दिया जाना चाहिए !

वडोदरा के विश्वविद्यालय में ३ दिनों में २ बार नमाज पठन हुआ

विश्वविद्यालय को चाहिए कि काउंसिलिंग हिन्दू विद्यार्थियों की नहीं, अपितु मुस्लिम विद्यार्थियों कीे करें । ऐसी काउंसिलिंग का उन पर कोई परिणाम नहीं होता, यह भी उतना ही यथार्थ है !