छावा – कल, आज और कल का… !

‘छत्रपति संभाजी महाराज का जीवन पराक्रम, त्याग एवं बलिदान देखकर संपूर्ण महाराष्ट्र ही नहीं, अपितु संपूर्ण देश के लोगों की मानो सांसें रुक गईं; परंतु यह चलचित्र देखने के उपरांत हमें अपनेआप से प्रश्न करना चाहिए, ‘अब आगे क्या ?’

युवकों के सामने, ‘धर्म के लिए कैसा बलिदान होना चाहिए ?’, इसका आदर्श रखनेवाली फिल्म ‘छावा’ !

फिल्म प्रदर्शित होने से पूर्व उसके संबंध में कुछ विवाद उत्पन्न हुए थे; परंतु फिल्म के निर्देशक लक्ष्मण उतेकर ने इस फिल्म में गलत इतिहास रखने की अपेक्षा उन्होंने लोगों के सामने एक महान राजा का जीवनचरित्र पहुंचाने का प्रामाणिक प्रयास किया है !

अंतकाल में छत्रपति संभाजी महाराज को शत्रुओं द्वारा तीव्र शारीरिक कष्ट सहन करना पडा’, इसका आध्यात्मिक विश्लेषण !

‘वर्तमान समय में छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित फिल्म ‘छावा’ सर्वत्र प्रदर्शित हुई है । इस विषय में कुछ लोगों के मन में निम्न प्रश्न उठ रहे हैं, ‘अंतकाल में छत्रपति संभाजी महाराज को इतनी तीव्र शारीरिक यातनाएं क्यों सहन करनी पडी ? इससे उन्हें कौनसा आध्यात्मिक लाभ हुआ ? शत्रुओं के चंगुल … Read more

दिल्ली के बाबरपुर बस टर्मिनल का नाम छत्रपति संभाजी महाराज के नाम पर रखा जाए ।

दिल्ली में अब भाजपा की ही सरकार है, इसलिए ऐसी मांग करने की जरूरत ही नहीं होनी चाहिए, बल्कि सरकार को स्वयं मुस्लिम आक्रमणकारियों की निशानियां मिटानी चाहिए।

छत्रपति शिवाजी महाराज तथा छत्रपति संभाजी महाराज के विषय में आपत्तिजनक वक्तव्य देनेवालों के विरोध में विशेष कानून पारित हो !

यह कानून इतना कठोर बनाया जाए कि पुनः कोई भी ऐसा बोलने का साहस न दिखाए । इसके लिए गैरजमानती अपराध के प्रावधान से युक्त कानून बनाना आवश्यक है ।

‘इतिहासकारों की जानकारी के आधार पर औरंगजेब को उत्कृष्ट शासक बताया’

‘चोर भी और ऊपर से शिरजोर’ – यह समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी की पुरानी प्रवृत्ति है। लेकिन किसी भी सरकार ने कभी उन पर प्रभावी कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण वे इस तरह की बेलगाम बयानबाजी करते रहते हैं।

(और इनकी सुनिए…) ‘औरंगजेब अच्छा प्रशासक था !’ – समाजवादी दल के विधायक अबू आजमी

‘छावा’ फिल्म देखनेवाले हिन्दुओं को केवल फिल्म की प्रशंसा कर शांत रहने की अपेक्षा संगठित होकर औरंगजेब का समर्थन करनेवाले अबू आजमी का लोकतांत्रिक पद्धति से विरोध कर छत्रपति संभाजी महाराज की भांति धर्मकर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए !

(और इनकी सुनिए…) ‘छत्रपति संभाजी महाराज की हत्या मनुस्मृति के अनुसार हुई !’ – विधायक रोहित पवार, शरद पवार गुट

रोहित पवार ने क्या कभी अन्य पंथियों की धार्मिक पुस्तकों में समाहित लेखन पढा है ? काफिरों को किस प्रकार मारना चाहिए ?, यह उनकी सीख क्या रोहित पवार जानते हैं ? हिन्दुओं पर जजिया कर लगानेवाला औरंगजेब क्या कभी हिन्दुओं की मनुस्मृति सुनेगा ? जो बात विद्यालय के छात्र को भी समझ में आएगी, इतना भी समझ में न आनेवाले, विधायक हैं !

छत्रपति संभाजी महाराज के विषय में आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित करनेवाले अफरोज पर अपराध पंजीकृत !

राज्य में हिन्दुत्वनिष्ठ सरकार के होते हुए तथा जिनके नाम पर जिले का नाम है, उनकी अर्थात छत्रपति संभाजी महाराज की अपकीर्ति करनेवाले के विरुद्ध पुलिस प्रशासन की ओर से स्वयं ही कार्यवाई न होना क्या लज्जाप्रद नहीं है ?

Chhatrapati Sambhaji Maharaj : महाराष्ट्र सरकार की ओर से ‘छत्रपति संभाजी महाराज महाराष्ट्र प्रेरणागीत’ पुरस्कार की घोषणा

वीर सावरकर के ‘अनादि मी, अनंत मी’ इस गीत को मिला पुरस्कार !