World Women’s Day Kolhapur : बदलती हुई वैश्विक अस्थिर स्थिति में भारत की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण ! – योगऋषी स्वामी रामदेवबाबा

प.पू. स्वामी रामदेव बाबा (मध्य में) को श्री महालक्ष्मीदेवी की प्रतिमा प्रदान कर सम्मानित करते हुए सांसद श्री. धनंजय महाडिक (दाहिनी ओर) एवं श्रीमती अरुंधती महाडिक (बाईं ओर)

कोल्हापुर, ८ मार्च (संवाददाता) – अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प कब कौनसा निर्णय लेंगे ?, इसके प्रति पूरा विश्व चिंचित है । चीन के राष्ट्रपति शी जीनपिंग कौनसा निर्णय लेंगे ?, यह तो उससे भी अधिक चिंता का विषय है । रूस के राष्ट्रपति पुतिन कुछ बोलते नहीं; परंतु सीधी कृति करते हैं, जबकि उत्तर कोरिया के ‘किम जोंग’ क्या करेंगे ?’, इसकी भी कल्पना नहीं की जा सकती । उसके कारण वर्तमान में पूरा विश्व आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक तथा सामरिक चुनौतियों का सामना कर रहा है । वर्तमान में विश्वस्तर पे सत्य कुचला जा रहा है । ऐसी स्थिति में भारत की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण है । इसलिए अब प्रत्येक भारतीय को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनना पडेगा, ऐसा प्रतिपादन योगऋषि स्वामी रामदेवबाबा ने किया ।

८ मार्च को विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में कोल्हापुर के गांधी मैदान में ‘पतंजली योग समिति’ की ओर से आयोजित महिला सम्मेलन में वे ऐसा बोल रहे थे । इस अवसर पर भाजपा सांसद धनंजय महाडिक, ‘भागिरथी महिला संस्था’ की अध्यक्ष श्रीमती अरुंधती महाडिक, केंद्रीय प्रभारी साध्वी देवप्रियाजी, सन्मति मिरजे, चंद्रशेखर खापणे, ‘हिल राइडर्स’के प्रमोद पाटील, स्वामी विदेहदेवसहित सहस्रों महिलाएं उपस्थित थीं । इस कार्यक्रम का सूत्रसंचालन महाराष्ट्र राज्य महिला वरिष्ठ राज्य प्रभारी सुधाताई अळ्ळीमोरे ने किया ।

योगऋषि बाबा रामदेव ने की महाडिक दंपती की प्रशंसा

अपने संबोधन में योगऋषि बाबा रामदेव ने भाजपा सांसद धनंजय महाडिक तथा उनकी धर्मपत्नी श्रीमती अरुंधती महाडिक की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस दंपति ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बहुत परिश्रम किए तथा यह एक आदर्श दंपति है ।

कार्यक्रम के आरंभ में योगऋषि बाबा रामदेव तथा उपस्थित मान्यवरों के हस्तों कुमारिका पूजन किया गया । योगऋषि बाबा रामदेव ने अपने संबोधन में आगे कहा, “हम सनातन संस्कृति में विश्वास करते हैं, जिसमें एक परमेश्वर का निर्गुण-निराकार रूप है, जो आंखों से दिखाई नहीं देता, जबकि दूसरा जो आंखों को दिखाई देता है, वह है मातृरूप ! जो माता अपने गर्भ में हमें ९ महिने संभालती है, ऐसी महिलाओं की ओर हम सभी को सम्मान, गौरव एवं आदर की दृष्टि से देखना चाहिए । महिलाओं का सशक्तिकरण होना चाहिए तथा उनका स्वाभिमान बना रहना चाहिए । इसके लिए ही ‘पतंजली योग समिति’ प्रयासरत है ।’’

प्रत्येक व्यक्ति को योग करना आवश्यक – योगऋषि बाबा रामदेव

वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति को योग करना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है तथा उस माध्यम से ही हम स्वस्थ रह सकते हैं । स्वस्थ शरीर आगे जाकर राष्ट्रनिर्माण के कार्य में महत्त्वपूर्ण योगदान देगा । इस अवसर पर योगऋषि बाबा रामदेव ने प्राणायाम के कुछ प्रकार करके दिखाए तथा कुछ प्रकार उपस्थित महिलाओं से करा लिए । उन्होंने बताया कि इन प्राणायामों को करने से मधुमेह, उच्च रक्तचापसहित अनेक रोगों से हम दूर रह सकते हैं ।

स्वतंत्रता के ७६ वर्ष उपरांत आज भी हमें सच्चा इतिहास सिखाया नहीं जाता !

योगऋषि बाबा रामदेव ने यह भी कहा कि स्वतंत्रता के ७६ वर्ष उपरांत आज भी हमें सच्चा इतिहास सिखाया नहीं जाता । बच्चों को औरंगबेज, अकबर तथा मुगलों का इतिहास ही सिखाया जाता है, जबकि महान भारतीय संस्कृति, हमारी गौरवशाली परंपरा, क्रांतिकारी तथा पराक्रमी भारतीय राजाओं का इतिहास सामने नहीं आता । उसक ेलिए हमें बच्चों को बचपन से ही उचित शिक्षा देनी पडेगी । अब यह काम ‘भारतीय शैक्षणिक बोर्ड’ कर रहा है ।

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘शिवाजी विद्यापीठ’ के नामिवस्तार हेतु आयोजित मोर्चे का निमंत्रण

श्रीमती अरुंधती महाडिक (दाहिनी ओर) को मोर्चा का हस्तपत्रक देती हुईं श्रीमती साधना गोडसे (बाईं ओर)

इस सम्मेलन के उपलक्ष्य में हिन्दू जनजागृति समिति की श्रीमती साधना गोडसे ने ‘भागिरथी महिला संस्था’ की अध्यक्ष श्रीमती अरुंधती महाडिक, साथ ही ‘पतंजलि योग समिति’ के विभिन्न पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं को हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘शिवाजी विद्यापीठ’ के नामविस्तार की मांग के लिए आयोजित मोर्चा का निमंत्रण दिया, साथ ही उपस्थित महिलाओं को हस्तपत्रकों का वितरण कर मोर्चा में सम्मिलित होने का आवाहन किया । विषय सुनने पर श्रीमती अरुंधती महाडिक ने कहा, ‘‘शिवाजी विद्यापीठ का नामविस्तार ‘छत्रपति शिवाजी महाराज विद्यापीठ हो’, यह सभी की इच्छा है । योगऋषि बाबा रामदेवजी ने भी यही इच्छा व्यक्त की है । १७ मार्च को इस संदर्भ में जो मोर्चा होगा, उस माध्यम से आपकी आवाज सरकार तक निश्चित पहुंचेगी तथा सरकारी स्तर पर बहुत शीघ्र यह निर्णय लिया जाएगा, यह मैं आशा व्यक्त करती हूं ।’’

सम्मेलन में उपस्थित महिलाएं

विशेष गतिविधियां

१. मार्गदर्शन से पूर्व सवेरे उपस्थित महिलाओं से कुमकुमार्चन कराया गया ।

२. मंच पर आगमन होने पर योगऋषि बाबा रामदेव ने श्री महालक्ष्मीदेवी की मूर्ति को पुष्पमाला समर्पित की । मान्यवरों के हस्तों कयपंची से दीपप्रज्वलन किया गया ।

३. इस अवसर पर ‘शंभूराजे मर्दानी अखाडा’ की ओर से साहसिक खेलों के प्रदर्शन प्रस्तुत किए गए । इन प्रदर्शनों को देखने पर योगऋषि बाबा रामदेव ने प्रदर्शन दिखानेवाले खिलाडियों को मंच पर बुलाकर उनका विशेष गौरव किया ।

४. इस अवसर पर साध्वी देवप्रियाजी ने सभी महिलाओं को स्वदेशी व्रत अपनाने का तथा स्वदेशी वस्तुएं खरीदने का आवाहन किया ।