राष्ट्रीय स्व. संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले का स्पष्टीकरण !
(गंगा-जमुनी तहजीब एक ऐसी संस्कृति है जो गंगा और यमुना नदियों के किनारे रहने वाले हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच एकता का प्रतिनिधित्व करती है। केवल हिन्दुओं पर ही इसका पालन करने का दबाव डाला जाता है।)

बेंगलुरू (कर्नाटक) – ‘गंगा-जमुनी तहजीब’ की बात करने वालों ने औरंगजेब को हीरो बना दिया है, परंतु उसके भाई दारा शिकोह के विषय में कुछ नहीं कहते । दिल्ली में ‘औरंगजेब मार्ग’ का नाम बदलकर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम मार्ग कर दिया गया। क्या हम बाहर से आए किसी व्यक्ति को आदर्श मानना चाहते हैं या यहां के लोगों का सम्मान करना चाहते हैं ? यह सूत्र है । नेशनल असेंबली ने स्पष्ट किया है कि हमें स्थानीय आक्रमणकारियों के साथ रहने की मानसिकता के बारे में सोचने की जरूरत है। संघ के आधिकारिक प्रतिनिधि दत्तात्रेय होसबोले ने यह बात कही। वे पत्रकारों से बात कर रहे थे।
RSS General Secretary Dattatreya Hosabale exposes the hypocrisy of those promoting Ganga-Jamuni culture—they never considered Dara Shikoh, Aurangzeb’s brother, a hero! 🤔
⚔️ He questioned why figures “against India’s ethos” are glorified while true patriots are ignored! 🇮🇳🔥
🏛️… pic.twitter.com/uuhim3Vt7r
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) March 23, 2025
होसबाले ने आगे कहा कि अतीत में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर इतिहास के साथ छेडछाड की गई। अब हिन्दू समाज आत्मविश्वास के साथ उभर रहा है।
आरक्षण पर होसबाले ने आगे कहा कि सभी राज्य सरकारें जाति आधारित आरक्षण प्रदान करती हैं; लेकिन डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर धर्म के आधार पर आरक्षण के पक्ष में नहीं थे।