(और इनकी सुनिए…) ‘अतिक्रमण हटाने के नाम पर हिन्दुत्ववादी कट्टरपंथियों द्वारा विशालगढ में हिंसा का षडयंत्र !’- विधायक रईस शेख, समाजवादी पार्टी
मुसलमानों पर आक्रमण हुआ है, यह चिल्लाने वाले विधायक किले पर अतिक्रमण हटाने की बात क्यों नहीं करते ?
मुसलमानों पर आक्रमण हुआ है, यह चिल्लाने वाले विधायक किले पर अतिक्रमण हटाने की बात क्यों नहीं करते ?
थूक जिहाद, भूमि जिहाद, लव जिहाद आदि जिहाद रोकने हेतु यह उत्तम मार्ग है !
उन्होंने यह प्रश्न भी उठाया, ‘मदरसा के विद्यार्थियों का सम्मान नहीं करना, क्या यही है भाजपा का ‘सबका साथ, सबका विकास’ ?’
जुलूस के लिए बिजली के तारों के साथ-साथ पेड़ों को काटना भी प्रतिबंधित है। ताजिया (इमाम हुसैन के मकबरे की प्रतिकृति। यह कई आकृतियों और आकारों में बनाया जाता है) की ऊंचाई भी तय की गई है।
‘मस्जिद में प्रतिदिन ५ बार ध्वनिक्षेपक का उपयोग किया जाता है । जबकि कावड यात्रा वर्ष में एक बार ही होती है’, यह हसन के ध्यान में नहीं आता, ऐसा नहीं है; परंतु वे इसकी ओर जानबूझकर अनदेखी कर रहे हैं, इसे पहचानें !
प्रेमियों से भरे ऐसे दल लोकतंत्र के लिए कलंक हैं । इस दल का उत्तर प्रदेश में अनेक वर्ष राज्य करना, क्लेशदायक है !
साथही उसने पीडित युवति को धमकाकर ५ वर्ष बार-बार उसपर यौन अत्याचार किए और उससे ६ करोड रुपए लुट किए ।
‘लव जिहाद’, ‘लैंड जिहाद’ के उपरांत अब ‘वोट जिहाद’ !
५ वर्षाें में किए कार्य की जानकारी मांगी !
हिन्दू सहिष्णु और कानून का पालन करनेवाले हैं, इसलिए संविधानिक मार्ग से कार्यवाही करने की मांग करते हैं; परंतु धर्मांध मुसलमान सीधे कानून हाथ में लेकर हिंसाचार करते हैं और तदुपरांत पुलिस अनादर करनेवालों पर कार्यवाही करती है !