NCERT : गुजरात दंगा और बाबरी गिराना, ये घटनाएं विद्यालयीन छात्रों को सीखाने की आवश्यकता नहीं ! – राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद
पाठ्यक्रम का ‘भगवाकरण’ होने का आरोप किया अस्वीकार !
पाठ्यक्रम का ‘भगवाकरण’ होने का आरोप किया अस्वीकार !
नया पाठ्यक्रम और पुस्तकें बनाने की प्रक्रिया जारी है, इसलिए इसपर अभी तुरंत कुछ बोलना अनुचित होगा, ऐसा दिया स्पष्टीकरण
मुसलमानों को मदरसों में कुरान पढ़ाया जाता है, तो अन्य विद्यालयों में कुरान पढ़ाना आवश्यक क्यों लग रहा है ?
कुछ दिनों तक इस प्रकार के समाचार आने के उपरांत क्या अब ‘एनसीईआरटी’ जाग गया है ? इस संबंध में केंद्र सरकार को देश के 100 करोड़ हिन्दुओं को उचित स्पष्टीकरण देना चाहिए !
इस सिफारिश को पारित कर इसका पाठ्यक्रम में समावेश होने के लिए केंद्र सरकार को प्रयास करना चाहिए !
इससे सिद्ध होता है कि साम्यवादी सरकार को हिन्दुओं के मतों का कोईमूल्य नहीं । अब हिन्दुओं को संगठित होकर कम्युनिस्टों पर दबाव डालना चाहिए कि मुगलों का इतिहास दोबारा न पढाया जाए !
गुजरात दंगे, मुगलों का इतिहास, रा.स्व. संघ पर प्रतिबंध एवं महात्मा गांधी की हत्या के विषय में सिखाएंगे !
महमूद जैसे कट्टर राजनीतिज्ञ चाहे कुछ भी कर लें, भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी ही, वे यह समझ लें !
पाठ्यक्रम से भारत का विकृत इतिहास सिखाकर कांग्रेस ने युवा पीढी की अपरिमित हानि की है । उसकी भरपाई करने के लिए भाजपा सरकार, भारत के बुद्धीजीवी एवं विचारवानों को बडे स्तर पर प्रयास करना आवश्यक !
क्या छात्रों को ‘गुजरात दंगे के’ विषय में जानकारी देनेवाली केरल की साम्यवादी सरकार द्वारा इसी दंगे से पूर्व धर्मांध मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं को जला कर मारने की ‘गोध्रा घटना ’ के विषय में जानकारी दी गई है ? इससे केरल सरकार का चरमसीमा पर हिन्दूद्वेष दिखाई देता हैे ! केंद्र सरकार को ऐसी हिन्दूद्वेष की सीख देनेवाली राज्य सरकार विसर्जित करना चाहिए !