दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का उत्साहपूर्ण और भावपूर्ण वातावरण में आरंभ !

‘जयतु जयतु हिन्दू राष्ट्रम्’, ‘हर हर महादेव’ के जयघोष में यहां के श्री रामनाथ देवस्थान, फोंडा, गोवा में दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का भावपूर्ण और उत्सापूर्ण वातावरण मे आरंभ हुआ । यह अधिवेशन १८ जूनतक चलनेवाला है तथा इस अधिवेशन में विभिन्न राज्यों से आए ४५० प्रतिनिधि उपस्थित हैं ।

ट्विटर पर Paratpar Guru ट्रेंड दिनभर उच्च स्थान पर !

एकाध विषय ट्रेंड होने लगे, तो लगभग २ – ३ घंटों तक ही वह पहले ३० क्रमांकों में रहता है; पर Paratpar Guru की-वर्ड दिनभर राष्ट्रीय ट्रेंड पर था । इससे परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के नाम पर किए गए ट्रेंड का महत्त्व ध्यान में आता है ।

सप्तर्षियों की जीवनाडीपट्टिका में सनातन के तीन गुरुओं के विषय में गौरवोद्गार !

सनातन संस्था के तीन गुरु, अर्थात सच्चिदानंद परब्रह्म परात्पर गुरु डॉ. जयंत बाळाजी आठवले, श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा नीलेश सिंगबाळजी एवं श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी ! सनातन के साधकों को मिली ईश्वरीय संपत्ति है ।

श्रीमन्नारायण स्वरूप परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के जन्मोत्सव के निमित्त उनका ‘रथोत्सव’ मनाने के संदर्भ में जीवनाडीपट्टिका के माध्यम से सप्तर्षियों द्वारा प्राप्त मार्गदर्शन !

गर्भगृह में रखी मूल मूर्ति के दर्शन करने भक्त मंदिर में जाते हैं । किसी कारण सभी भक्तों को मंदिर जाकर दर्शन करना संभव नहीं होता । इसीलिए देवताओं का रथोत्सव मनाने की प्रथा है । भगवान रथ में विराजमान होने से और रथ का गांव में मार्गक्रमण होने से भगवान के सबको दर्शन होते हैं ।

सूक्ष्म स्तर पर कार्य करनेवाले एकमेवाद्वितीय !

जब-जब अधर्म बलवान होता है, तब-तब मैं अवतार लेता हूं और धर्म की पुनर्स्थापना करता हूं’, ऐसा श्रीमद्भगवद्गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने बताया है । भगवान श्रीकृष्ण का संपूर्ण चरित्र देखें, तो उसमें विविध बातें अंतर्भूत हैं ।

परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के ८० वें जन्मोत्सव से पूर्व उनके बाएं हाथ की बांह पर अनेक दैवी कण आना, यह उनकी देह में विद्यमान श्रीविष्णु तत्त्व की जागृति का आरंभ होने का संकेत !

हे गुरुदेव, आपके रूप में हमें आपके अवतारी तत्त्वजागृति की यह अलौकिक घयना देखने का सौभाग्य मिल रहा है । आपका यह अवतारी तत्त्व हमें अधिकाधिक ग्रहण करना संभव हो’, यह आपके सुकोमल चरणों में प्रार्थना है !

हिन्दूजनों का उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर प्राप्त विभिन्न जिलों की ‘हिन्दू एकता शोभायात्रा’ !

शोभायात्राओं में शुभचिंतकों ने परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी का छायाचित्र रखी पालकी का पूजन किया, तथा अनेक जिज्ञासुओं ने धर्मध्वज और पालकी पर पुष्पवर्षा की । इन शोभायात्राओं को मिला हुआ उत्स्फूर्त प्रत्युत्तर सनातन के कार्य का समर्थन करनेवाली फलोत्पत्ति ही है !

राष्ट्र एवं धर्म के विषय में लोगों को सतत जागृत करना चाहिए ! – स्वामी निर्गुणानंद महाराज, रिसडा प्रेम मंदिर आश्रम, बंगाल

धर्मकार्य करते हुए हमारे मन में सकारात्मकता और मुख पर प्रसन्नता रखनी चाहिए । अपने-अपने घरों के छोटे-छोटे कार्यक्रमों के माध्यम से भी लोगों को एकत्र करते रहना है । भले ही कोई भी निमित्त हो, राष्ट्र एवं धर्म के विषय में लोगों को सतत जागृत करना चाहिए ।

सोजत रोड (राजस्थान) में हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा संपन्न !

हमने अपनी भाषा, वेशभूषा एवं भोजन छोड दिया है । इसलिए आज लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढती जा रही हैं । हमें अभिमान से अपनी संस्कृति का पालन कर धर्म बढाना चाहिए ।

यदि भारत हिन्दू राष्ट्र घोषित हुआ, तो पूरे वर्ष में १५ देश स्वयं को हिन्दू राष्ट्र घोषित करेंगे ! – जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी

‘‘यदि भारत स्वयं को हिन्दू राष्ट्र घोषित करता है, तो एक वर्ष में अन्य १५ देश स्वयं को हिन्दू राष्ट्र घोषित करेंगे’’, ऐसा प्रतिपादन पुरी के पुर्वाम्नाय गोवर्धन पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी ने किया ।