नक्सलवादियों को राजनीतिक दलों का संरक्षण ! – शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती, गोवर्धन पुरी पीठ
यह स्थिति लोकतंत्र को गंभीर रूप से पराजित करनेवाली है, सामान्य लोगों को ऐसा ही लगेगा !
यह स्थिति लोकतंत्र को गंभीर रूप से पराजित करनेवाली है, सामान्य लोगों को ऐसा ही लगेगा !
ईसाई धर्म की स्थापना २ सहस्त्र वर्षों पूर्व हुई थी, जबकि इस्लाम की स्थापना १ सहस्त्र ४०० वर्ष पूर्व हुई थी । क्योंकि सनातन धर्म पृथ्वी की उत्पत्ति से अर्थात लाखों वर्षों से अस्तित्व में है, इसी के आधार पर पू. शंकराचार्य ने ऐसा कहा होगा !
सऊदी अरेबिया में मक्का के मक्केश्वर महादेव मंदिर को तोड कर मुसलमान आक्रमणकर्ताओं ने उसे ‘मक्का’ बनाया । एक दिन पुन: हिन्दू उसे नियंत्रण में लेंगे; क्याेंकि मक्केश्वर महादेव हिन्दुओं की श्रद्धा का केंद्र है ।
‘‘यदि भारत स्वयं को हिन्दू राष्ट्र घोषित करता है, तो एक वर्ष में अन्य १५ देश स्वयं को हिन्दू राष्ट्र घोषित करेंगे’’, ऐसा प्रतिपादन पुरी के पुर्वाम्नाय गोवर्धन पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी ने किया ।
हिन्दुओं को जिनसे खतरा है, जो हिन्दुओं को ‘काफिर’ कहते हैं, वे उनके पूर्वजों को ही ‘काफिर’ कह रहे हैं; कारण भारत में सभी के पूर्वज सनातन वैदिक आर्य हिन्दू ही हैं ।
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीजी ने पुनश्च एक बार हिंदू राष्ट्र का पुनरुच्चार किया। उन्होंने कहा कि, उनकी ५२ देशोंके वरिष्ठ प्रतिनिधीयों के साथ ‘ विडीओ कान्फरन्स के माध्यमसे चर्चा हुई।
“भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए प्रत्येक हिन्दू को प्रतिदिन एक घंटा समय एवं एक रुपया देना चाहिए । इसका उपयोग मठों तथा मंदिरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किया जाएगा”, ऐसा आवाहन पुरी के पूर्वाम्नाय गोवर्धन पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने यहां एक कार्यक्रम में किया ।
भारत के विभाजन के पश्चात, भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित नहीं करना सरकार एवं राजनीतिक दलों की दिशाहीनता का निदेशक है । आप अभी, स्थापित होने वाले हिन्दू राष्ट्र की समीक्षा कर सकते हैं, उसकी ओर देख सकते हैं अथवा उसमें सहभाग ले सकते हैं ।