चैत्र नवरात्रि के अवसर पर प्रत्येक जिले में होगा दुर्गा सप्तशती का पाठ !

साथ ही अखंड रामायण पठन का आयोजन करने को भी कहा है । इसके लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रत्येक जिले के लिए लाख रुपये का निधि भी उपलब्ध कराएगी।

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर किसी की धार्मिक श्रद्धा को आहत करना गलत !

रामचतिरमानस जलाए जाने की घटना पर अभिनेता रजा मुराद का वक्तव्य !

(कहते हैं) ‘योगी आदित्यनाथ धर्मगुरु नहीं, अपितु ठग !’ – राहुल गांधी

क्या राहुल गांधी जानते भी हैं कि धर्मगुरु’ का अर्थ क्या होता है ? क्या वे कभी पादरी एवं मौलवी के विषय में ऐसा वक्तव्य देने का दुस्साहस कर सकेंगे ?

सनातन देश का राष्ट्रीय धर्म ! – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

सनातन देश का राष्ट्रीय धर्म है । हिन्दू कुछ भी करें, तो जादू-टोने की बात की जाती है; परंतु अन्य पंथियों के ऐसा करने पर कोई प्रश्न उपस्थित नहीं करता । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज तक समाचार वाहिनी के साथ हुई भेटवार्ता में ऐसा वक्तव्य किया ।

हलाल अर्थव्यवस्था के विषय में हिन्दू जनजागृति समिति के प्रतिनिधि मंडल द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्व विधायक श्री. राकेश बघेल से भेंट !

हलाल अर्थव्यवस्था के विषय में उत्तर प्रदेश में बडे प्रमाण पर जागृति हो और यह विषय उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी के सज्ञान में लाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्व विधायक श्री. राकेश बघेल से समिति के प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की ।

प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गाली देने वाले सरपंच सत्तार को बंदी बनाया गया

सत्तार की गाली-गलौज के कारण हिन्दुओं में डर !

ज्ञानवापी अभियोग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का समावेश होगा !

ज्ञानवापी अभियोग के प्रकरण में अब राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सहभागी होनेवाले हैं ।

श्री. मिलिंद चवंडके लिखित ‘श्रीकानिफनाथमाहात्म्य’ ग्रंथ को श्रद्धालुओं से मिला अभूतपूर्व प्रतिसाद

प.पू. श्रीकानिफनाथों के ग्रंथ समान शेष आठों नाथों के स्वतंत्र ग्रंथों की निर्मिति कर, उन्हें भी पांच भाषाओं में श्रद्धालुओं के हाथों में देने का संकल्प श्री. मिलिंद चवंडके ने लिया है । नवनाथों के ग्रंथ का स्वतंत्र लेखन प्रथम बार होने से हम सभी इस ऐतिहासिक घटना के साक्षीदार बनेंगे ।

हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव की मृत्यु के पश्चात जिहादियों का जल्लोष !

यदि हिन्दुओं ने ऐसा किया होता, तो सभी धर्मनिरपेक्षतावादी, मानवाधिकारवाले और पुरोगामी हिन्दुओं की आलोचना करते । यहां सभी शांत हैं इसलिए कि जल्लोष करनेवाले ‘एक विशिष्ट समुदाय’ के हैं ।