भाजपा की पूर्व सांसद उमा भारती का वक्तव्य
नई देहली – भाजपा की पूर्व सांसद उमा भारती ने वक्तव्य देते हुए कहा, ‘प्रत्येक रामभक्त का मत हमें ही मिलें, ऐसा विचार करना भूल है । इस अहंकार को न संजोएं । जो हमें मत नहीं देता, वह रामभक्त नहीं हैं, ऐसा लगना भी भूल है । जिन्होंने मत नहीं दिए, वे भी रामभक्त हैं ।’ उन्होंने आगे कहा, ‘उत्तर प्रदेश में भाजपा को कम स्थानों पर विजय के अन्य कारण हैं । इसके लिए नरेंद्र मोदीजी अथवा योगी आदित्यनाथ को उत्तरदायी न मानें । वर्तमान लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में ८० में से ३३ स्थानों पर ही भाजपा विजयी हुई । पिछले चुनाव में भाजपा को ७० से अधिक स्थान प्राप्त हुए थे ।’
उमा भारती ने आगे कहा,
‘१. इस्लाम माननेवाले लोग सामाजिक एवं धार्मिक व्यवस्था एक ही होना मानकर सामाजिक व्यवस्था के अनुसार मतदान करते हैं ।
२. उत्तर प्रदेश में भाजपा असफल प्रमाणित हुई, इसका अर्थ ऐसा नहीं है कि लोगों की श्रीराम के प्रति श्रद्धा अल्प हो गई !
३. भाजपा अहंकारी हो गई है, ऐसा मुझे नहीं लगता । हम पराजय का चिंतन कर रहे हैं ।
४. वर्ष १९९२ में बाबरी गिराने के पश्चात भी भाजपा को पराजय ही हाथ लगी थी । तब भी हमने श्रीराममंदिर का निर्माण किया, क्योंकि वह हमारी कार्यसूची में था एवं हमने उसे पूर्ण किया । हम ने राममंदिर को कभी भी मतों से नहीं जोडा है । उसी प्रकार मथुरा एवं काशी में स्थित धर्मस्थलों में भी विवाद हैं; परंतु हम उन प्रश्नों का संबंध हमें मिलनेवाले मतों से नहीं जोडतें ।’