बागेश्वर धाम (मध्य प्रदेश) – मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने बागेश्वर धाम के सभी दुकानदारों से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के समान अपने नाम का बोर्ड लगाने की अपील की है । पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने कहा कि यहां सभी दुकानों तथा होटलों के प्रवेश द्वार पर मालिक का नाम लिखना आवश्यक है और यह अच्छी बात है ।
All the shopkeepers in Bageshwar must display their names outside their Shops
– Pandit Dhirendra Krishna Shastri, Bageshwar Dham#Bageshwardhamoffical #Bageshwardhamsarkar #NameplatesOnShops #SupremeCourtOfIndia
धीरेंद्र शास्त्री I सुप्रीम कोर्टpic.twitter.com/rqoZIVjpZj— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) July 22, 2024
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार ने होटल, रेस्तरां, ढाबों और अन्य खाद्य विक्रेताओं को कावड़ यात्रा मार्गों पर नोटिस बोर्ड लगाने और मालिक का नाम, पता और मोबाइल फोन क्रमांक लिखने का आदेश दिया है । इसी पृष्ठभूमि पर मध्य प्रदेश में भी ऐसे नियमों की मांग हो रही है ।
पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने आगे कहा, ‘हमें न राम से समस्या है, न रहमान से । हमें असुरों से समस्या है । इसलिए अपनी दुकान के बाहर एक नाम का बोर्ड लगाएं, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं का धर्म और पवित्रता भ्रष्ट न हो । पंडित धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने कहा कि बागेश्वर धाम के सभी दुकानदार १० दिन के अंदर अपने नाम का बोर्ड लगाएं, अन्यथा ध्यान समिति द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी । ऐसा मेरा आदेश है ।’
तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा न्यायालय पहुंचीं !
उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड सरकार के इस आदेश के विरुद्ध तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है । मोइत्रा ने अपनी याचिका में दोनों राज्य सरकारों द्वारा पारित आदेशों पर रोक लगाने की मांग की है । उन्होंने कहा कि इस प्रकार का आदेश अंतर-सांप्रदायिक विवादों को बढ़ावा देता है । (ग्राहकों को दुकानदारों के विषय में जानकारी देना, यह हर समय अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का राग अलापने वाले धर्मनिरपेक्षतावादियों के लिए, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार नहीं है क्या ? – संपादक)