मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्पष्टोक्ति !
चंदौली (उत्तर प्रदेश) – कोई भी संत, महात्मा और योगी कभी भी किसी भी शक्ति के, सत्ता के गुलाम नहीं हो सकते, इसके विपरीत वे समाज को उनके मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं, ऐसा विधान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां किया । वे अघोराचार्य बाबा कीनाराम की ४२५ वीं जयंती समारोह में बोल रहे थे ।
No saint or a Yogi can ever be slaves of power. – CM Yogi Adityanath’s candid speech
👉 This also insinuates that politicians are indeed the slaves of power, and for this, they enslave common people
A #HinduRashtra can alone stop such unspoken slavery pic.twitter.com/bOETjwUE1L
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) September 3, 2024
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि, बाबा कीनाराम ने अपने कार्यों का उपयोग देश और लोकहित के लिए किया । उस समय के समाज की विकृति देखकर उन्होंने समाज को जोडने का काम किया । उन्होंने आदिवासी, दलित, वनवासी ऐसे भेदभाव रहित सुंदर समाज की स्थापना की ज्योति प्रज्ज्वलित की । अघोराचार्य, योगी और संत के कारण ही यह संभव हुआ । उच्चकोटि के परिवार में जन्म लेने पर भी बाबा ने बडी संख्या में आदिवासी और अन्य लोगों का जीवन सुधारने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए । समय-समय पर सरकार को फटकारने का काम भी उन्होंने किया । चंदौली में वैद्यकीय विश्वविद्यालय का निर्माण होते समय ‘बाबा के नाम से कुछ तो करना चाहिए’, ऐसी भूमिका सांसद और विधायक ने रखी थी, तब ‘वैद्यकीय विश्वविद्यालय की अपेक्षा अच्छा क्या हो सकता है ‘, ऐसा मैंने कहा था । पूज्य बाबा के नाम से निर्माण किया जाने वाला वैद्यकीय विश्वविद्यालय अब लोगों के उत्तम स्वास्थ्य का माध्यम बनेगा, यह हमारा सौभाग्य है ।
संपादकीय भूमिकाइसका यही अर्थ है कि राजनेता सत्ता के गुलाम होते हैं और यह गुलामी करने के लिए वे जनता को स्वयं का गुलाम बनाते हैं ! ऐसे राजनेताओं से देश को मुक्त कर धर्माचरण करने वाले शासनकर्ता लाने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए ! |