इस्लामी कार्यकाल में रामनाम का उपयोग
श्रीराम संपूर्ण हिन्दू समाज के इष्टदेवता हैं; इसलिए वीर सावरकर कहते हैं, ‘‘जिस दिन हिन्दू समाज प्रभु श्रीराम को भूल जाएगा, उस दिन हिन्दुस्थान को ‘राम’ कहना पडेगा ।’’ इसका अर्थ यह है कि जिस दिन हिन्दू समाज को प्रभु श्रीराम का विस्मरण होगा, उस दिन इस भूतल पर हिन्दुस्थान का अस्तित्व ‘राष्ट्र’ के रूप में नहीं रह जाएगा ।