महाशिवरात्रि पर देहली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश तथा बिहार में विविध स्थानों पर सनातन संस्था की ग्रंथ-प्रदर्शनियों का आयोजन

महाशिवरात्रि पर सनातन संस्था द्वारा दिल्ली में कालकाजी स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर व श्री सनातन धर्म मंदिर में, फरीदाबाद, नोएडा तथा मथुरा में विशेष ग्रंथ-प्रदर्शनी कक्ष लगाए गए ।

यदि श्रीलंका में हलाल प्रमाणपत्र पर प्रतिबंध लग सकता है, तो भारत में क्यों नहीं ? – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

वाराणसी व्यापारी संगठन, साथ ही भदोही, प्रतापगढ एवं लक्ष्मणपुरी के अनेक व्‍यापारी कार्यक्रम में उपस्थित थे । ‘हलाल प्रमाणपत्र कैसे भारत विरोधी है ?, इस विषय में एकमत से सुनिश्चित किया गया कि सभी हिन्दू व्यापारियों का उद्बोधन कर इस विषय को उन तक पहुंचाएंगे तथा इसके विरुद्ध संगठित होंगे ।

‘यूपीआई’ एप्स के माध्यम से अनुचित खाते में पैसे जमा होने पर क्या करें ?

कोरोना महामारी के कालखंड में ‘यूपीआई’ का उपयोग करनेवालों की संख्या तीव्र गति से बढी है । वर्तमान में लोग ‘गूगल पे’, ‘फोन पे’, ‘पेटीएम’ जैसे असंख्य ‘यूपीआई’ एप्स के माध्यम से सुलभता से पैसों का हस्तांतरण कर सकते हैं ।

‘संगीत को पशु किस प्रकार प्रतिसाद देते हैं ?’ इस विषय पर महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय द्वारा किए शोध के समय किन्नीगोळी (कर्नाटक) के प.पू. देवबाबा के आश्रम के गाय एवं बैल ने दिया प्रतिसाद !

‘जब गायन हो रहा था, उस समय चिटणीसजी के पीछे की सभी गाएं उठकर खडी हुईं तथा उनकी ओर देखने लगी । स्वर विस्तार सुनते समय ‘गौरी’ नामक गाय उनकी ओर मुडी एवं उनकी ओर जाने का प्रयास करने लगी । उसे बांधकर रखा था, इसलिए वह आगे नहीं जा पाई । गायन सुनते समय ‘गौरी’ की आंखों में आंसू निकल आएं ।

परिजनों में अनबन होना अथवा न होना; उनके स्वभावदोष, अहं, पूर्वजों के कष्ट आदि प्रारब्ध पर निर्भर होना

परिजनों में अनबन होना अथवा न होना, उनके स्वभावदोष, अहं, पूर्वजों के कष्ट आदि प्रारब्ध पर निर्भर होने के कारण साधकों को स्थिर रहकर साधना करना आवश्यक

श्रीराम की उपासना संबंधी समाज को धर्मशिक्षा देना

अधिकांश हिन्दुओं में अपने देवता, आचार, संस्कार, त्योहार आदि के विषय में आदर एवं श्रद्धा होती है; परंतु अनेकों को उनकी उपासना का धर्मशास्त्रीय आधार ज्ञात नहीं होता । इसे समझकर उचित पद्धति से धर्माचरण करने पर फलप्राप्ति अधिक होती है ।